आज़मगढ़ : खुशहाली व समृद्धि के प्रतीक वैशाखी पर्व पर वर्ष की ही तरह इस वर्ष भी हनुमानगढ़ी के विट्ठलघाट स्थित ऐतिहासिक श्री गुरुनानक दरबार में भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जिसमे सभी धर्मों व वर्गों के लोगों ने शिरकत कर पर्व की खुशियां एक दूसरे के साझा की। गौरतलब है कि सिखों के 10 वें गुरु गुरु गोविन्द सिंह जी ने इसी दिन खालसा पंथ की स्थापना की थी। लिहाज़ा यह पर्व दुगुनी खुशियां और सौगात अपने साथ लेकर आता है। इस अवसर पर श्री निशान साहिब के आगे सभी ने शीश झुकाकर कार्यक्रमों को आगे बढ़ाया। बैसाखी पर्व के दौरान शबद कीर्तन से जहां गुरुनानक दरबार गूंजता रहा वहीं साध सांगत ने एक साथ अरदास का देश की खुशहाली की कामना कि कार्यक्रमों के दौरान साध संगत ने गुरु की महिमा का गुणगान करते हुए नेक रास्तों पर चलने का संकल्प लिया। गुरुद्वारे के जत्थेदार सतनाम सिंह, श्यामसुंदर, आकाश अरोड़ा ने गुरु व उनके परिवार की शहादत को नमन किया। कार्यक्रम के दौरान कीर्तन भजन व लंगर का दौर लगातार चलता रहा।
धूमधाम से मना बैसाखी का महापर्व, गुरुनानक दरबार विट्ठल घाट में आयोजित हुए विविध कार्यक्रम
