आजमगढ़। जनपद में इन दिनों जारी बाल तस्करी पर रोक लगाने के लिए प्रयास सामाजिक संगठन ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा और बरामद हुए बच्चों के जरिये इनके सरगना को बेनकाब कर इनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की मांग किया। एसपी को सौंपे गये ज्ञापन में अध्यक्ष रणजीत सिंह ने कहा कि सोमवार और मंगलवार को नगर से सटे भंवरनाथ मंदिर परिसर के बाहर से दस से बारह वर्षीय तीन बालक व एक दिन पूर्व एक दस वर्षीय बालक का पकड़े जाना बेहद चिंतनीय मामला सामने आया है अगर पुलिस इस मामले को गंभीरता से लेती को आज इनके सरगना को भी बेनकाब कर दिये होते लेकिन आनन-फानन में इनकी बरामद कर बच्चों को देवरिया बाल संरक्षण गृह भेजकर पुलिस ने अपनी इतिश्री कर लिया। ऐसे में साफ है कि जनपद में बाल तस्करी जोरशोर से चल रहा है जिसके पीछे एक संगठित गिरोह घटना को अंजाम दे रहा है। इस बात की पुष्टि प्रयास सामाजिक संगठन को तब हुई जब चिल्ड्रेन वेलफेयर कमेटी के सदस्यों ने प्रयास को जानकारी दिया गया। जानकारी मिलने पर तत्काल प्रयास टीम मौके पर पहुंचकर मामले का संज्ञान लिया। जिला प्रभारी बाबूराम पार्थ ने बताया कि इन बच्चों ने अपना घर झारखंड प्रांत के ग्राम व पोस्ट महाराजपुर थाना तीन पहाड़़ बताया। चिल्ड्रेन वेलफेयर कमेटी के सदस्य के अनुरोध पर रात्रि में बच्चों के खान-पान व विश्राम की पूरी व्यवस्था प्रयास टीम द्वारा किया गया लेकिन सुबह ही इन बच्चों को तत्काल बाल संरक्षण गृह देवरिया हेतु भेज दिया गया। जबकि इन बच्चों के माध्यम से हम इनके तस्करों के सरगना तक पहुंच सकते थे लेकिन पुलिस द्वारा आपाधापी और शिथिलता के रूख अख्तियार किये जाने से हम सरगना को कानून की जद में नहीं ला सके। उपाध्यक्ष अतुल श्रीवास्तव ने आजमगढ़ की माटी पर ऐसे जघन्य अपराध को अंजाम दिया जाना दुर्भाग्यपूर्ण बताया। ऐसे में मामले की उच्चस्तरीय जांच करायी जाये और देश के भविष्य के साथ न्याय हो सके। अगर शीध्र ही इनके सरगना तक पुलिस नहीं पहुंचती है तो हम आगे की रणनीति तैयार करेंगे। इस अवसर पर हरिश्चन्द्र, सिंटू राय, शम्भू दयाल सोनकर, निखिल राय, राजू शर्मा, वरूण, रविशंकर सिंह, इंजी सुनील यादव, रामजन्म मौर्या, नीलम सिंह, धनश्याम मौर्या, चन्द्रप्रकाश, शमसाद अहमद, आकांक्षा सिंह सहित आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।
बच्चों की तस्करी मामले में प्रयास ने एसपी को सौंपा ज्ञापन, सरगना को बेनकाब कर गिरफ्तारी की मांग, लचर कार्रवाई का आरोप
