




आजमगढ़ शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों व जनपदभर में कल से रुक-रुक कर कभी तेज तो कभी दिन में बारिश और बालों की लगातार आवाजाही के बीच किसान जहां चिंतित हो गए हैं वहीं बारिश के चलते खेतों में खड़ी फसलों को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है। कल की बारिश के बाद आज शाम को शहर व आसपास के क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में तेज बारिश होने के चलते किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें दिखाई पड़ने लगी हैं। बहुत से किसानों की सरसों की फसलें पक कर तैयार है या कुछ लोगों की कट भी गई है। इसके साथ ही साथ गेहूं और अन्य फसलों पर भी इस बार इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ने का अंदेशा किसानों द्वारा जताया गया है। यकायक हुई बारिश से जहां मौसम में काफी ठंडक हो गई तो वही कुछ किसान जो गन्ना बोने के लिए अपने खेत की तैयारी कर रहे थे उनको भी निराशा हाथ लगी। इस समय हो रही अतिवृष्टि से किसानों को सबसे अधिक चिंता इस बात की है कि तेज बारिश तेज हवा के साथ चल रही है तो गेहूं की सारी फसलें चौपट हो जाएगी। फिर क्या होगा। क्षेत्र के दर्ज़नो गांव में देर शाम मध्यम से तेज बारिश हुई है। वहीं दूसरी तरफ प्रशासन भी इस अचानक बारिश के चलते क्षति का आकलन करने में जुट गया है वहीं लोगों को आकाशीय बिजली से बचाव को लेकर भी आगाह किया जा रहा है। एडीएम वित्त एवं राजस्व आजाद भगत सिंह ने बताया कि सभी आठों तहसीलों के एसडीएम लोगों को उनके क्षेत्रों में हो रही क्षति के नुकसान का आकलन करने के निर्देश दे दिए गए हैं। अगर 33 फ़ीसदी से ज्यादा नुकसान होता है तो शासन के अनुसार जो भी अनुमन्य अनुदान होगा वह दिया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने आकाशीय बिजली से बचने के लिए खेतों की तरफ जाने को लेकर शासन के द्वारा जारी एडवाइजरी पर भी ध्यान देने के लिए कहा है। सुनते हैं एडीएम वित्त एवं राजस्व ने क्या कहा।