
आजमगढ़ साइबर क्राइम थाना पुलिस टीम द्वारा PoS एजेन्ट (सिम विक्रेता) को गिरफ्तार किया गया। कब्जे से 06 सिम जियो प्री एक्टीवेटेड बरामद किया गया।
मुखबिर से ज्ञात हुआ कि जियो स्टोर कस्बा मेहनगर में फर्जी तरीके से सिम एक्टिवेट करके बेचे जा रहे हैं। जिसकी जांच हेतु उ0नि0 योगेन्द्र प्रसाद यादव अपने साथी हे0का0 ओमप्रकाश जायसवाल, हे0का0 सुखनन्दन सिंह यादव, का0 रामाश्रय यादव, का0 सभाजीत मौर्य, का0 संजय कुमार के साथ सिम विक्रेता की जांच हेतु जियो स्टोर कस्बा मेहनगर पहुंचे जहां पर उक्त प्रतिष्ठान बन्द था। जिसके उपरान्त आस-पास के लोगो से ज्ञात हुआ कि यह स्टोर डिस्ट्रीब्यूटर साहिल कुमार पुत्र रमेश प्रसाद निवासी धरनीपुर रानीपुर थाना मेहनगर के देखरेख मे चलता है। इस बीच संदीप कुमार नाम के व्यक्ति आये जो बताये कि वह साहिल कुमार का भाई हैं। पता चला कि साहिल कुमार मेहनगर कस्बे के बाहर सिंचाई विभाग के कार्यालय के सामने बाउन्ड्री के पास सिम लेकर खड़ा है जो किसी ग्राहक को बेचने के इन्तेजार मे है ।इस सूचना पर उ0नि0 योगेन्द्र यादव मय हमराह पहुचे और आरोपी को मौके से गिरफ्तार किया जिसके कब्जे से 01 सिम जियो एक्टिवेटेड व 5 सिम जियो अनपैक्ड अनएक्टिवेटेड बरामद किया गया। पूछताछ मे साहिल कुमार द्वारा बताया गया कि कई व्यक्ति अन्य व्यक्ति की आईडी पर फर्जी सिम की मांग करते है तथा उसके लिए मुझे दो से तीन हजार रूपये मिल जाते है। मै ग्राहको को नेटवर्क ना आने का बहाना बताकर दो या तीन बार अंगूठा लगवाकर अतिरिक्त सिम एक्टिवेट कर रख लेता है। बाद मे सही पैसा मिलने पर बेच देता है। पूछने पर कि कितना सिम बेचे हो तो बता रहा है कि नाम याद नही है लेकिन कई सिम बेचा। जिसमे से खेवसीपुर गांव के आशुतोष यादव की आईडी पर भी एक सिम बेचा जो याद आ रहा है । यह जो सिम एक्टिवेट किया हुँ इसे भी बेचने के लिए ले जा रहा था । यह सिम एक ग्रामीण विजय बहादुर के नाम से एक्टिवेट किया था।
जनपद वासियों को नोडल अधिकारी साइबर क्राइम का जागरूकता संदेश:—*
🔹 1. अपने आधार कार्ड की सुरक्षा करें
किसी भी अनजान व्यक्ति या दुकान को अपना आधार कार्ड, पैन कार्ड या अन्य पहचान पत्र की छाया प्रति देते समय दिनांक एवं देनें का कारण अवश्यक लिखें। कोई सिम कार्ड इसू करते समय एक बार से अधिक फिन्गर लगवाये तो सतर्क हो जायें।
🔹 2. कभी भी OTP साझा न करें
सिम कार्ड एक्टिवेशन या वेरिफिकेशन के नाम पर कोई भी व्यक्ति OTP मांगता है तो तुरंत सतर्क हो जाएं। यह साइबर ठगी का हिस्सा हो सकता है।
🔹 3. अपने नाम पर कितने मोबाइल नंबर हैं, जांचें
अपने नाम पर जारी सभी मोबाइल नंबरों की जांच Sanchar Saathi पोर्टल पर करें।
अगर कोई नंबर आपके नाम पर बिना आपकी जानकारी के जारी है, तो उसे तुरंत अपने नजदीकी थानें या साइबर थानें में रिपोर्ट करें।
*साइबर अपराध की रिपोर्ट करें* — Helpline 1930 या www.cybercrime.gov.in