
आजमगढ़ में उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के आह्वान पर गुरुवार को जनपद के शिक्षा मित्रों ने अपने विद्यालयों पर काली पट्टी बांध कर शिक्षण कार्य किया और दोपहर बाद तीन बजे स्थानीय कुंवर सिंह उद्यान में उपस्थित होकर अपने दिवंगत साथियों की याद में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। तत्पश्चात मुख्यमंत्री के नाम संबोधित मानदेय वृद्धि समेत सात सूत्रीय मांग पत्र जिलाधिकारी को सौंपा गया। जिला अध्यक्ष देवसी प्रसाद यादव ने बताया कि 25 जुलाई 2017 को सुप्रीम कोर्ट का उन लोगों के विरोध में फैसला आया था जो प्रदेश सरकार की गलत नीतियों और लक्षण पैरवी के चलते था। परिणाम स्वरूप शिक्षा मित्र आज आर्थिक तंगी और मानसिक रूप से परेशान होकर अवसाद ग्रस्त जीवन जी रहा है व आए दिन आत्महत्या जैसा आत्मघाती कदम उठा रहा है। अब तक कई की मौत हो चुकी है। जबकि निदेशक की अध्यक्षता में 14 नवंबर 2023 को गठित कमेटी के प्रस्ताव पर प्रदेश सरकार ने अब तक कोई विचार नहीं किया है। मंडल अध्यक्ष अनिल कुमार यादव और जिला महामंत्री हीरा लाल सरोज ने संयुक्त रूप से बताया कि पिछले सात वर्षों से संगठन शिक्षा मित्रों की समस्याओं को लेकर सरकार से लगातार गुहार लगा रहा है। परंतु शिक्षा मित्रों को आज तक सरकार द्वारा आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला है। श्रद्धांजलि सभा में मुख्य रूप से रमाकांत यादव, उपेंद्र यादव, राजेश सिंह, अशोक यादव, रीता सिंह, रन्जू सिंह, हरिकेश यादव, रामू निषाद, दुष्यंत यादव, रामनगीना विश्वकर्मा, ओमप्रकाश दूबे, राजेश यादव, मंजू देवी, संगीता देवी, रंजू सिंह, धर्मेंद्र यादव, राजनाथ शर्मा, जयप्रकाश यादव, राहुल चौबे, चंद्रमा, रीता देवी, अफजाल आदि लोग सम्मिलित रहे। सुनते हैं जिला अध्यक्ष देवी प्रसाद यादव ने क्या कहा।