आजमगढ़ के सबसे बड़े अस्पताल मंडलीय जिला चिकित्सालय में इस समय मरीजों का टोटा चल रहा है। भीषण ठंड के बीच कई मरीज बेहतर व्यवस्था के लिए घर चले गए हैं। वहीं वरिष्ठ सर्जन रहे डॉक्टर संतोष गुप्ता के वाराणसी स्थानांतरण के चलते भी मरीज के आने पर प्रभाव पड़ा है। इसको लेकर यहां पर काफी चर्चा है।
बता दें कि मंडलीय जिला चिकित्सालय 320 बेड का अस्पताल है। और यहां पर करीब दो सौ स्टाफ भी हैं। लेकिन वर्तमान में करीब 50 से 60 की संख्या में ही मरीज यहां पर भर्ती हैं और लगभग इतने ही उनके परिजन भी यहां मौजूद हैं। जबकि आम दिनों में मंडलीय जिला चिकित्सालय के बेड के लिए मारामारी की स्थिति रहती है और आरोप प्रत्यारोप भी होते रहते हैं। लेकिन फिलहाल जो स्थिति है बेड खाली हैं और वार्ड में लगभग सन्नाटा है। कुछ मरीज हैं और उनके परिजन हैं। जो बेड पर लेटे हुए हैं। ऑर्थो वार्ड में हालांकि मरीज हैं। लेकिन जनरल वार्ड में मरीजों की संख्या बहुत कम दिख रही है। बता दें कि चिकित्सालय में पांच ऑर्थो सर्जन हैं जबकि एक नए सर्जन हिमांशु सिंह आए हैं। वहीं दूसरी तरफ डॉक्टर संतोष गुप्ता कई वर्षों तक यहां पर तैनात थे। जिसके चलते लोगों की भीड़ यहां आती थी। फिलहाल मरीजों की कमी के चलते अस्पताल के राजस्व पर भी प्रभाव पड़ा है। क्योंकि हड्डी के अलावा अन्य ऑपरेशन ना के बराबर ही हो रहे हैं।