







आजमगढ़ में आज भी राजस्व विभाग की कारस्तानी खत्म होने का नाम नहीं ले रही। आजमगढ़ के सठियांव ब्लॉक के अबाड़ी गांव निवासी जीवित वयोवृद्ध को राजस्व विभाग के कागजातों में मृतक बताकर उन्हें उनके ही भूमि के मालिकाना हक से वंचित कर दिया गया है। इन आरोपों के बाद राजस्व विभाग की कारस्तानी पर सवालिया निशान उठा है। पीड़ित वयोवृद्ध ने सदर तहसील पर तहसीलदार से मिलकर अपने जीवित होने का दावा किया है। तहसीलदार ने मामले को सुनकर जांच का आश्वासन दिया है। तहसीलदार को सौंपे गए ज्ञापन में जनपद के तहसील सदर के अबाड़ी गांव निवासी वयोवृद्ध रामबचन पुत्र लहजू ने बताया कि उसकी तहसील सदर के अंतर्गत अबाड़ी व बिहरोजपुर गांव में भूमि है। पीड़ित का नाम अभिलेखों में दर्ज था लेकिन 04 फरवरी 2022 के खतौनी में विवरण अंकित हुआ कि मृतक रामबचन के स्थान पर पुष्पा पत्नी रामबचन व अरविन्द, प्रदीप व सुरेंद्र व देवेंद्र पुत्रगण रामबचन का नाम बतौर वारिस दर्ज हो। पीड़ित का कहना है कि मुझे अभिलेखों में जीवित होते हुए भी मृतक दर्शा दिया गया है। तहसीलदार ने मामले को सुनने के बाद शीध्र ही जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही का आश्वासन दिया है।
पीड़ित वयोवृद्ध ने सदर तहसील पर तहसीलदार को शिकायती पत्र सौंपा
सठियांव ब्लॉक के अबाड़ी निवासी पीड़ित ने लगाई न्याय की गुहार
पीड़ित के जीवित रहते हुए भी राजस्व अभिलेख में बताया गया मृतक