







आजमगढ़ शहर कोतवाली क्षेत्र के लक्षिरामपुर में 11 अप्रैल की देर शाम को नर्सिंग होम में मारपीट हुई थी। मामले में उसी दिन नर्सिंग होम के डॉक्टर मनीष त्रिपाठी समेत अन्य पर मारपीट समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। रविवार को नर्सिंग होम के स्टाफ की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया। हेमन्त पाण्डेय पुत्र शिरोमणि पाण्डेय निवासी लक्षिरामपुर
के अनुसार उसके अस्पताल के सामने शाम लगभग पौने आठ बजे सड़क पर स्कूटी सवार कार के धक्के से गिर गया। स्कूटी सवार को बचाने के लिए हास्पिटल गेट पर मौजूद गार्ड व अन्य लोग बाहर निकले। इतने में अंकुर सिंह निवासी हीरापट्टी स्टाफ अमित सिंह से बहस करने लगे। बात बढ़ने लगी तो अंकुर सिंह मारपीट पर आमदा होने
लगे तथा गाली-गलौज करने लगे। इतने में 7.50 के लगभग हेमन्त पांडेय के अनुसार वह आ गए तथा अंकुर सिंह को समझाने लगे। शान्त कराने व अस्पताल के सामने भीड़ को हटाने के लिए अंकुर को अस्पताल से दूर ले जाने लगे । तभी अंकूर सिंह ने अन्य साथियों के साथ जिनको उसने फोन करके बुलाया था हेमन्त के अनुसार उनको मारने लगा। हेमन्त का आरोप है कि उनकी सोने की चेन छीन लिया तथा उनकी जेब में रखे 50 हजार रुपये जो हास्पिटल से वह घर ले जा रहे थे उसको बलपूर्वक छीन लिया। हेमन्त के सीने में व बायी आंख के ऊपर गहरी चोटे लगी है जिससे आंख सूज गयी तथा बांये पैर में भी ईट को उठा कर मार दिये है। जिससे काफी दर्द हो रहा है। अंकुर सिंह से जान का
खतरा है तथा बार बार जान से मारने की धमकी दे रहे। पुलिस ने मामले में धारा 392, 323, 504, 506 आईपीसी के अंतर्गत अंकुर सिंह व अन्य कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया।