देवरहा बाबा के शिष्य, द्वारकाधीश मठ अस्सी घाट वाराणसी के महंत, रामरेखा धाम झारखंड तथा देवरहा बाबा आश्रम रामघाट अयोध्या के अध्यक्ष, महंत राम अखंड दास महाराज मेहनाजपुर के पास सोनियापार स्थित आश्रम पर बुधवार को रामनवमी के अवसर पर कार्यक्रम में पहुंचे। उन्होंने कहा कि राम नवमी का विशेष महत्व है। सतयुग में ध्यान करने से, त्रेता में यज्ञ करने से ,द्वापर में भगवान की परिचर्या करने पर जो फल प्राप्त होता है वह फल कलयुग में हरिनाम संकीर्तन से प्राप्त होता है। जीव और राम का शाश्वत संबंध होता है ।जीव जिस किसी भी योनि में जाता है। भगवान राम हमेशा उसके साथ होते हैं। अज्ञानवश या माया के कारण हम उन्हें पहचान नहीं पाते।इस अवसर पर राम बचन दास जी महाराज, पूर्व प्रधानाचार्य ओमप्रकाश सिंह तिलखरा ,सुधीर सिंह, राज नारायण दीक्षित ,शिवपूजन सिंह, अभिमन्यू सिंह, रोहित सिंह,पद्मनाथ सिंह ,रामचंद्र सिंह, सुरेश सिंह ,संजय दूबे, सतीश सिंह,कैलाश दूबे,निधि सिंह,सरोज सिंह समेत अन्य लोग विशेष रूप से उपस्थित थे।