आजमगढ़ के कलेक्ट्रेट पर शुक्रवार को पिछले कुछ दिनों में पश्चिम बंगाल के संदेशखाली, कूचबिहार और उत्तर दिनाजपुर (चोपरा) में हुई घटना से
व्यथित होकर आजमगढ़ की महिला संगठन ने भारत के गृह मंत्री के नाम से संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। नारी शक्ति संस्थान आजमगढ़ की सचिव डॉ पूनम तिवारी, सुधा तिवारी समेत अन्य पदाधिकारीगण व सदस्य मौजूद रहीं। आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में दिन-प्रतिदिन महिलाओं की बिगड़ती हुई स्थिति गंभीर चिंता का विषय है। कानून और व्यवस्था केवल शब्दकोष तक सिमटकर रह गए हैं। ऐसा प्रतीत होने लगा है। संदेशखाली, कूचबिहार और उत्तर दिनाजपुर (चोपरा) की घटनाएं सभ्य
समाज का मस्तक लज्जा से झुका देनेवाली हैं। निरीह, निरपराध नागरिकों का और विशेषतः महिलाओं का शोषण और दर्दनाक उत्पीड़न सर्वथा निंदनीय है। भारतीय संविधान की धज्जियां उडानेवाली ये घटनाएं तालिबानी शासन का स्मरण कराती है। एक महिला मुख्यमंत्री के होते हुए भी महिलाओं के साथ हो रहे अन्याय, अत्याचार और अपमान से यहां की सभी महिलाएं अत्यंत व्यथित हैं। गृह मंत्री से मामले में हस्तक्षेप करने तथा घटना की न्यायिक जाँच करवाने की मांग की गई। सभी दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाए। साथ ही पीड़ित महिलाओं के शारीरिक और मानसिक उपचार और उनके
पुनर्वास की प्रभावी व्यवस्था की जाए। नारी शक्ति संस्थान इस पूरे मामले की कठोर निंदा करता है।
संवेदनशील स्थिति का संज्ञान लेते हुए शीघ्रातिशीघ्र आवश्यक कार्यवाही करने, न्याय और विधि नियम की पुन: स्थापना की अपेक्षा करता है।