मां-बाप का घर में रहना बच्चों के लिए सबसे बड़ी ताकत, स्वतंत्रता दिवस पर समाजसेवी ने वृद्ध आश्रम में बुजुर्गों में बांटे कपड़े, खिलाया भोजन

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आजमगढ़। फरिहा के बघौरा इनामपुर में स्थित वृद्धाश्रम में गुरुवार को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर एक अनोखी पहल के साक्षी हम सभी बने। समाजसेवी इंजीनियर सुनील कुमार यादव ने आज यहां बुजुर्गों के बीच समय बिताया और उन्हें कपड़े और फल वितरित किए, जो समाज सेवा के क्षेत्र में एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व हैं और वे हमेशा अपने नेक कार्यों के लिए जाने जाते हैं। आज उन्होंने अपनी स्नेहशीलता से बुजुर्गों का दिल जीत लिया।
इस दौरान इंजीनियर सुनील कुमार यादव ने कहा कि कर्मों का यह चक्र आपके ऊपर भी घूम कर आपके सामने आएगा। बुजुर्ग मां-बाप का घर में रहना बच्चों के लिए सबसे बड़ी ताकत होती है। मां-बाप कभी नहीं चाहते कि उनके बच्चों का बुरा हो। किसी भी बेटे को यह अधिकार नहीं है कि वह अपने मां-बाप को घर से निकाले। आज का दिन मेरे लिए हमेशा यादगार रहेगा। हम सभी को चाहिए कि अपने बुजुर्गों का सम्मान करें और उन्हें वह प्यार और आदर दें, जिसके वे हकदार हैं।
यह संदेश न सिर्फ आज़मगढ़ के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए है। बुजुर्ग हमारे जीवन का आधार हैं, जो हमें सही दिशा दिखाते हैं। हम सबको उनका सम्मान करना चाहिए। उनके आशीर्वाद से ही हमारा भविष्य उज्ज्वल होगा। बता दें कि जब सुनील यादव बुजुर्गों को भोजन परोसने लगे, तो उनकी आंखों में भावनाओं का सागर उमड़ पड़ा। उन्होंने इस पल को जीवन का सबसे कीमती पल बताया। उन्होंने कहा कि वह हर महीने यहां पर आते रहेंगे और उनसे जो संभव हो सकेगा, मदद करेंगे।

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