शहर में परंपरागत तरीके से निकला चेहल्लुम का जुलूस, रही कड़ी सुरक्षा व्यवस्था, अंजुमनों ने किया नोहा मातम, भारी संख्या में उमड़ी भीड़

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आजमगढ़ जुलूसे चेहल्लुम अंजुमन अंसारी हुसैनी शहर आजमगढ़ के नेतृत्व में कदीमी जुलूस मदरसा अमीर बाग पेटू से शनिवार को परंपरागत तरीके से निकाला गया। जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर भारी पुलिस बल भी तैनात रही। जुलूस में अलम दुलदुल के साथ अंजुमन जीनतुल अजा आलमपुर बाराबंकी ने नौहा पढ़ा। मजलिस को मौलाना ने संबोधित किया। जुलूस पुरानी कोतवाली मुख्य चौक पुरानी सब्जी मंडी होता हुआ इमामबाड़ा अबू तालिब कटरा में पहुंचा जहां तकरीर हुई। जिसको बनारस से आए मौलाना जमीरूल हसन साहब ने खिताब किया। जहां ताबूत झूला ताजिया की जियारत कराई गई। भारी संख्या में आए श्रद्धालुओं ने जियारत की। देर शाम को जुलूस विगत वर्षों की भांति कर्बला के मैदान पहुंचा। जहां कर्बला के शहीदों के ताबूत 18 बनी हाशिम की जियारत कराई गई। जिसका संचालन जीशान अली आजमी ने किया। रोते हुए हजारों की संख्या में आए हुसैनी अजादारों ने कर्बला के शहीदों की शहादत को याद किया। हर वर्ष मोहर्रम चेहल्लुम का यह जुलूस आपसी सौहार्द मानवता प्रेम का संदेश लेकर आता है। गम मनाने वाले हुसैनी अज़ादार कर्बला के शहीदों का संदेश दुनिया को पहुंचाते हैं। जुलूस में अंजुमन गुलशने इस्लाम भौरा अंबेडकर नगर और अंजुमन गुलशने इस्लाम मित्तूपुर ने भी नोहा मातम किया। अंजुमन अंसारी हुसैनी के सदस्यों ने नगर वासियों के सहयोग पर धन्यवाद दिया। अज़ादार हुसैन चुन्ना ने शासन प्रशासन नगर पालिका के सभी सम्मानित लोगों के सहयोग पर धन्यवाद दिया।

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