आज़मगढ़ – मण्डलायुक्त मनीष चौहान ने मण्डल के जनपदों में हुए विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारियों से कहा कि जल जीवन मिशन के तहत जो परियोजनायें पूर्ण हो चुकी हैं उनसे सम्बन्धित गांवों में वाटर सप्लाई की चेकिंग करायें, जिससे गावों में पानी उपलब्ध कराये जाने की स्थिति स्पष्ट हो सके। मण्डलायुक्त श्री चौहान ने मंगलवार को अपने कार्यालय सभागार में आयोजित विकास कार्यों की मण्डलीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रभारी अपर निदेशक, स्वाथ्य को निर्देश दिया कि जनपद आजमगढ़ में मोबाइल मेडिकल यूनिट को निरन्तर सक्रिय रखते हुए जनपदों में ओपीडी, लैब टेस्टिंग, दवा वितरण आदि कार्यों में तेजी लायें। गत माह जनपद आजमगढ़ में सीटी स्केन सेवा नहीं होने के सम्बन्ध में अवगत कराया गया कि मशीन खराब है तथा नई मशीन लगाये जाने की स्वीकृति मिल गयी है, शीघ्र ही मशीन स्थापित कर सेवा प्रारम्भ कर दी जायेगी। विकास कार्यों की बिन्दुवार समीक्षा के दौरान मुख्य विकास अधिकारी बलिया द्वारा दिव्यांग पेंशन के सम्बन्ध अवगत कराया गया कि कुछ पेंशरों के अन्यत्र विस्थापित होने जाने के कारण आधार सीडिंग का कार्य प्रभावित हो रहा है। इस मण्डलायुक्त ने निर्देश दिया कि जिन लाभार्थियों की मृत्यु हो चुकी है अथवा अन्यत्र विस्थापित हो गये हैं, उनके नाम को हटाने की कार्यवाही शीघ्र करें। मण्डलायुक्त ने 5वें राज्य वित्त आयोग की समीक्षा में पाया कि उपलब्ध धनराशि के सापेक्ष आजमगढ़ में 97.01 प्रतिशत, बलिया में 97.13 प्रतिशत एवं मऊ में 96.74 प्रतिशत व्यय है। उन्होंने निर्देश दिया कि इस ओर विशेष ध्यान देकर प्रगति शत प्रतिशत लाना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने पर्यटन विभाग के कार्यों की समीक्षा में पाया कि जनपद में आजमगढ़ में 91.75 प्रतिशत, बलिया में 73.81 प्रतिशत एवं मऊ में 91.58 प्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति की गयी है। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारी को आगामी माह तक शत प्रतिशत उपलब्धि सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया। इसी प्रकार आपरेशन कायाकल्प की समीक्षा में पाया कि इस योजना के अन्तर्गत आजमगढ़ में 6, बलिया में 13 एवं मऊ में 4 विद्यालय पूर्ण रूप से संतृप्त नहीं हैं। मण्डलायुक्त श्री चौहान ने एडी बेसिक को निर्देश दिया कि यदि कोई विद्यालय संस्तृत होने योग्य नहीं हैं तो उसे सूची से हटाने की कार्यवाही शीघ्र करें। मण्डलायुक्त ने निराश्रित गोवंश संरक्षण के सम्बन्ध में अपर निदेशक, पशुपालन को निर्देशित किया कि ठण्ड के मौसम को देखते हुए गोआश्रय स्थलों में संरक्षित गोवंशों को ठण्ड से बचाव के लिए समुचित व्यवस्था तत्काल सुदृढ़ की जाय। उन्होंने जिलाधिकारियों से कहा कि एसडीएम के माध्यम से गोआश्रय स्थलों का निरीक्षण करायें तथा जो भी कमियॉं हों उसे तत्काल पूरा करायें। सामूहिक विवाह योजना के अन्तर्गत जनपद बलिया में कम आवेदन प्राप्त होने के सम्बन्ध में अवगत कराये जाने पर मण्डलायुक्त चौहान ने निर्देश दिया कि इस योजना के तहत निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति हेतु प्रत्येक ग्राम पंचायत सेक्रेट्री के लिए लक्ष्य निर्धारित किया जाय। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों के अन्तर्गत कुछ परियोजनायें विलम्बित हैं, जिससे रैंकिंग पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया कि तत्काल अपने विभाग से सम्पर्क कर विलम्ब के कारणों को स्पष्ट करते हुए पूर्णता की तिथि बढ़ाये जाने की कार्यवाही करें, ताकि रैंकिंग में अपेक्षित सुधार हो सके। बैठक में विकास से सम्बन्धित अन्य बिन्दुओं की भी विस्तार से समीक्षा की गयी।इस अवसर पर जिलाधिकारी मऊ अरुण कुमार मिश्र, जिलाधिकारी बलिया अरुण कुमार लक्षकार, प्रभारी जिलाधिकारी/सीडीओ आजमगढ़ परीक्षित खटाना, सीडीओ बलिया ओजस्वी राज, अपर आयुक्त-प्रशासन शमशाद हुसैन, संयुक्त विकास आयुक्त धर्मेन्द्र प्रताप सिंह, मुख्य अभियन्ता, लोनिवि योगेन्द्र सिंह, मुख्य अभियन्ता विद्युत, नरेश कुमार, संयुक्त शिक्षा निदेशक, मण्डलीय अर्थ एवं संख्या अधिकारी डा. नीरज श्रीवास्तव व हेमन्त कुमार, उप निदेशक, मत्स्य डा. आरके गौड़, उप निदेशक, समाज कल्याण आरके गौंड़, उप निदेशक दिव्यांगजन सशक्तीकरण मीना सिंह, अपर निदेशक पशु पालन डा. अरविन्द कुमार गिरि, सहित अन्य विभागों के मण्डलीय अधिकारी उपस्थित थे।