





आजमगढ़ : थाना- कन्धरापुर के ग्राम गयासपुर में हुई घटना का अनावरण कर हत्या के 03 आरोपियों को घटना में प्रयुक्त एक गमछा के साथ गिरफ्तार किया गया। वादी विजय प्रताप निषाद पुत्र स्व मनदेव निषाद ग्राम व पो0 गयासपुर थाना कन्धरापुर के द्वारा प्रा.पत्र दिया गया था कि मेरी लड़की प्रीती निषाद पुत्री विजय प्रताप निषाद उम्र लगभग 07 वर्ष जो दिनांक 11 मार्च को दिन में 3.30 बजे घर से तालीपुर बासुदेव की दुकान पर सामान लेने गयी थी जो वापस घर नहीं आई। बुधवार को सुबह करीब 08.00 बजे पुलिस को सूचना मिली कि थाना कन्धरापुर क्षेत्र के ग्राम गयासपुर स्थित सरसो के खेत में नाबालिक लड़की का शव पड़ा है । इस सूचना पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण किया गया तथा उक्त घटना का यथाशीघ्र घटना का सफल अनावरण हेतु पुलिस टीमों का गठन करते हुए थाना प्रभारी कंधरापुर को निर्देशित किया गया। शव का शिनाख्त प्रीती निषाद पुत्री विजय निषाद निवासी गयासपुर थाना कन्धरापुर जनपद आजमगढ के रूप में हुयी। पुलिस द्वारा शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। जांच में पता चला कि वादी विजय निषाद के द्वारा ही अपनी लडकी प्रीती निषाद उम्र करीब 07 वर्ष का गला घोंट कर हत्या करना पाया गया है, व उसके सहयोग करने वाले अभियुक्तो सेवक निषाद व जनई यादव का शामिल होना पाया गया। अभियुक्त विजय प्रताप निषाद पुत्र स्व0 मनदेव निषाद ग्राम व पो0 गयासपुर थाना कन्धरापुर, जनई यादव पुत्र स्व0 रामचेत यादव निवासी गयासपुर थाना कन्धरापुर उम्र करीब 32 वर्ष, व सेवक निषाद पुत्र स्व0 मुराती निषाद निवासी बहेरा थाना अहरौला उम्र करीब 34 वर्ष का नाम प्रकाश मे आया। प्र0नि0 कन्धरापुर मय हमराह द्वारा मुकदमा उपरोक्त से सम्बन्धित अभियुक्त विजय प्रताप निषाद को ग्राम गयासपुर स्थित सरसो के खेत में से तथा दो अन्य अभियुक्तों जनई यादव और सेवक निषाद को सेहदा अन्डर पास के नीचे से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्त का चालान मा0 न्यायालय किया गया। गिरफ्तार अभियुक्त विजय प्रताप निषाद ने बताया कि मै अपनी पत्नी से परेशान हो गया था वह मुझे छोड़कर अपने मायके चली गयी थी तथा अपने साथ अपने एक बच्चे को लेकर चली गयी थी मैने उसे कई बार फोन करके वापस आने को कहा किन्तु वह नही आयी, जिसके कारण योजना के तहत मैने अपनी पुत्री प्रीती निषाद उम्र करीब 07 वर्ष को सुर्ती मंगाने के लिए दुकान पर भेजा और वापस आते समय रास्ते में अपनी पुत्री को सरसो के खेत मे ले जाकर गला दबा कर एंव गमछे से मुंह दबाकर उसकी हत्या कर दिया जिसकी जानकारी मेरे बहनोई सेवक निषाद व मेरे मित्र जनई यादव को थी इन लोगो द्वारा मेरे इस कार्य मे सहयोग किये थे और दूर पुलिया पर खड़े होकर आने जाने वाले पर निगाह रखे थे। मैने अपनी पुत्री की हत्या कर उसका शव छिपा दिया था और अपने बचने के लिए थाने पर जाकर झूठी कहानी बनाकर अपहरण का मुकदमा लिखवा दिया था तथा अभियुक्त जनई यादव व सेवक निषाद ने बताया कि इस घटना की जानकारी उन्हे पहले से थी योजना के तहत घटना को अन्जाम दिया गया ।