आजमगढ़ में ग्रामीण न्यायालय को तहसीलों में भेजे जाने के विरोध में लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को अधिवक्ता गण सड़क पर उतरे। इस दौरान दीवानी न्यायालय अभिभाषक संघ के प्रस्ताव पर अधिवक्ताओं ने चर्च चौराहे पर चक्का जाम कर दिया और सरकार के द्वारा उठाए गए कदम को काला कानून बताते हुए जमकर नारेबाजी की। इस दौरान दीवानी न्यायालय अभिभाषक संघ के अध्यक्ष विनोद कुमार पांडेय ने बताया कि लगातार दूसरे दिन अधिवक्तागण न्यायिक कार्य से वितरित होते हुए आंदोलन कर रहे हैं और जब तक यह कानून वापस नहीं होगा तब तक अधिवक्ताओं का आंदोलन जारी रहेगा। कल के कार्यक्रम को लेकर प्रस्ताव पारित होने के बाद जानकारी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अधिवक्ताओं की जानकारी के बिना ग्रामीण न्यायालय भेज दिया गया। पिछले 9 वर्षों से लगातार ग्रामीण न्यायालय के विरोध में अधिवक्ता शुक्रवार और शनिवार को हड़ताल पर रहते रहे हैं लेकिन इसके बाद भी सरकार अपनी मनमानी कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने इस कानून को बनाया था और बीजेपी की सरकार इसको लागू कर रही है। दोनों की स्थिति ठीक नहीं है। इसका असर चुनाव पर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण न्यायालय बनने से अधिवक्ता, वादकारी सभी को दिक्कत होगी। खुद अधिकारी भी वहां पर नहीं जाना चाहते हैं।
ग्रामीण न्यायालय के विरोध में अधिवक्ताओं का चक्का जाम
लगातार दूसरे दिन भी सड़क पर उतरे अधिवक्ता, बताया काला कानून
ग्रामीण न्यायालय के फैसले के वापस होने तक चलेगा आंदोलन