आजमगढ़ : जिलामुख्यालय के सुनियोजित विकास के लिए बनी नई महायोजना-2031 के प्रस्ताव को शासी समिति की स्वीकृत मिल गई है। बता दें कि आजमगढ़ के सुनियोजित विकास न होने के कारण लोगों को तमाम दुश्वारियां झेलनी पड़ रही है। महायोजना न होने का असर विकास पर भी पड़ रहा है। यहां महायोजना-2011 को पूरा हुए लगभग 11 साल हो गए हैं। अब महायोजना-2031 बनी, जिसका जनपदवासियों को काफी दिनों से इंतजार है। काफी संख्या में लोगों ने कृषि क्षेत्र में भूमि खरीद रखी है। भूमि परिवर्तन न होने से उनके मानचित्र स्वीकृत नहीं हो रहे हैं।
अब नई महायोजना से लोगों को अपनी भूमि के परिवर्तन का भरोसा है।
शासन की स्वीकृति के बाद जिले में आजमगढ़ महायोजना-2031 लागू हो गई है जिसमें अब तक 159 गांव शामिल किए गए हैं लेकिन अब विकास प्राधिकरण का दायरा बढ़ाने की भी कवायद शुरु हो गया है। जिसमें और 483 गांवों को शामिल किया जाना है। इसका प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है।जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने एनजीटी के और ग्रीन बेल्ट को ध्यान में रखकर योजना को अंतिम रूप प्रदान किया गया है।इसमें जगह जगह बाज़ार स्ट्रीट का भी कॉन्सेप्ट रखा गया है।
शहर के सुनियोजित विकास के लिए बनी नई महायोजना-2031 का मामला
महायोजना के प्रस्ताव को शासी समिति की मिली स्वीकृति
महायोजना में बाज़ार स्ट्रीट तक का भी कॉन्सेप्ट, डीएम ने दी जानकारी