बता दें कि आजमगढ़ भारतीय जनता पार्टी कार्यालय और कलेक्ट्रेट पर एक दिन पूर्व बीजेपी के अतरौलिया मंडल प्रभारी अमित कुमार सिंह ने आजमगढ़ भाजपा जिला उपाध्यक्ष अजय सिंह के खिलाफ धमकी देने व सरकारी गवाही से मुकरने का दबाव डालने का आरोप लगाया था। मामले में डीएम को और भाजपा जिला अध्यक्ष को ज्ञापन भी दिया गया था। इसमें आरोप लगाया गया था कि भाजपा जिला उपाध्यक्ष अजय सिंह अहरौला क्षेत्र के निवासी कथित शराब माफिया ओम प्रकाश सिंह के रिश्तेदार हैं। ओम प्रकाश के कहने पर जिला उपाध्यक्ष ऐसा कर रहे हैं क्योंकि अहरौला थाना की पुलिस ने वर्ष 2015 में ओमप्रकाश सिंह को भारी मात्रा में अवैध शराब साथ गिरफ्तार किया था। वहीं मामले में रविवार को जिला उपाध्यक्ष अजय सिंह ने सिधारी स्थित आवास पर प्रेस वार्ता कर आरोपी पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि अमित कुमार सिंह भाजपा में वर्ष 2014 में आए। बीते ग्राम पंचायत के चुनाव में अमित कुमार सिंह ने किसी व्यक्ति को कोर्रा घाटमपुर से प्रधान पद पर चुनाव लड़ाया था। जबकि ओम प्रकाश सिंह ने भी वहां से प्रधान पद पर चुनाव लड़ा था। उस दौरान अमित कुमार सिंह और एक अन्य व्यक्ति थाने पर अच्छा प्रभाव रखते थे। तत्कालीन थानाध्यक्ष की मिली भगत से अपने प्रत्याशी के विपक्षी ओम प्रकाश सिंह को अमित कुमार सिंह ने अवैध शराब के साथ पकड़वाने का काम किया था। मामले में पीड़ित ओम प्रकाश सिंह अपनी पत्नी के साथ दो वर्ष पूर्व पार्टी जिला कार्यालय पर आए थे। अजय सिंह के अनुसार तत्कालीन भाजपा जिला अध्यक्ष ध्रुव सिंह के कहने पर उन्होंने मदद की थी।
भाजपा जिला उपाध्यक्ष अजय सिंह ने सिधारी स्थित आवास पर की प्रेस वार्ता
शराब माफिया के मामले में सरकारी गवाह बने बीजेपी नेता को धमकाने से किया इनकार
तत्कालीन अहरौला एसओ पर साजिश में शामिल होने का लगाया आरोप