आजमगढ़ जिले के पाकड़पुर गनवारा माहुल भट्ठे पर काम कर रहे धरमू, सरोज, बेचू, सीताराम, रेखा, सुनील, वन्दना, सफीक, गोलू, विमला, सहित 14,मजदूरों ने बताया कि हम लोग हीरापुर मचहटी थाना चंदवक जिला जौनपुर के है। हम सभी 800 रूपये प्रति हजार के हिसाब से ईट की पथाई करते थे। भट्टा के मालिक सफीक उर्फ तारुख खान, के यहां हम सभी मजदूरों ने डेढ, डेढ़ लाख ईट पथाई की थी। जिसकी मजदूरी कुल एक लाख बीस हजार रुपए हुई थी। भट्टा मालिक द्वारा खाना खर्चा के नाम पर सिर्फ बीस हजार रुपए दिया गया। पैसा देने से मालिक आना कानी करने लगा। हम मजदूरों ने कहा कि होली का समय है मजदूरी दे दीजिए। मालिक ने 29 मार्च को बुलाया लेकिन पैसा नहीं दिया। जाति सूचक शब्द का इस्तेमाल करते हुए अपने भाई व ने 15,16 अज्ञात गुंडों द्वारा मारा पीटा गया। भट्ठे से कुल 14 लोग अपनी जान बचाकर भाग गए। अपने परिचित अधिवक्ता से संपर्क किया तो उनके द्वारा अहरौला थाने में सूचना दी गई लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है इस बात को लेकर भट्ठे पर काम करने वाले मजदूर आज तहसील बूढ़नपुर सी ओ कार्यालय पर आ गए। और कार्यवाही की मांग करने लगे। सी ओ बूढ़नपुर किरन पाल सिंह ने भट्टा में काम करने वाले मजदूरों को मामले की जांच कार्यवाही करने का आश्वाशन दिया है।