आजमगढ़ के बरदह थाना के उदियावा गांव निवासी 55 वर्षीय उदयराज राजभर की गुरुवार आधी रात में हत्या हुई थी। शव जिला मुख्यालय से पोस्टमार्टम के बाद जब घर पहुंचा तो परिजनों का रो रो के बुरा हाल रहा। पुलिस जल्द से जल्द शव को अंतिम संस्कार के लिए जौनपुर रामघाट ले जाने का प्रयास कर रही थी। शव लेकर ग्रामीण घर से दो सौ मीटर दूर पुरसुड़ी मार्ग पर पहुंचे ही थे तभी पूर्व सांसद सपा नेता दरोगा प्रसाद सरोज भी पहुंच गए। परिजन शव को सड़क पर रख दिए। पूर्व सांसद पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद दिलाने के लिए तहसील के अधिकारी से वार्ता किये। पूर्व सांसद को मृतक की पुत्रियों ने पूरी घटना की जानकारी दी। कहा कि आरोपी महेंद्र राजभर धमकी दे रहा था। पिता ही एक सहारा थे। भाई अभी छोटे हैं। दरोगा प्रसाद सरोज ने कहा की स्थानीय पुलिस की घोर लापरवाही से हत्या की घटना हुई। अगर पुलिस कार्यवाही की होती तो घटना नहीं होती। थोड़ी देर बाद मौके पर लालगंज नायब तहसीलदार हरिशंकर दुबे, कानूनगो बाकेलाल, राजस्वकर्मी प्रभाकर, वर्धन मौके पहुंच कर परिजनों को आश्वासन दिये। शासन द्वारा पारिवारिक लाभ योजना के अंतर्गत तीस हजार रुपए, आवास, पेंशन, जमीन दिलाने का आश्वासन दिया। तब जाकर ग्रामीण दो घंटे बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए जौनपुर के लिए रवाना हुए। इस दौरान थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार मौर्या, एसआई दरोगा कमलनाथ वर्मा समेत पुलिसकर्मी मौजूद रहे।