आजमगढ़ मंडल के मण्डलायुक्त मनीष चौहान तथा डीआईजी वैभव कृष्ण ने शनिवार को सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर तहसील सदर में आमजन से उनकी समस्याओं को सुना। मण्डलायुक्त ने आमजन से प्राप्त शिकायती प्रार्थना पत्रों को सम्बन्धित अधिकारियों को हस्तान्तरित करते हुए निर्देश दिया कि शिकायतों का निस्तारण निर्धारित समय सीमा के अन्दर गुणवत्तापूर्ण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जन समस्याओं के निस्तारण की समीक्षा शासन स्तर पर नियमित रूप से होती है, इसलिए इसके प्रति पूरी गंभीरता और संवेदनशीलता बरती जाय तथा शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण एवं स्थायी निस्तारण करना सुनिश्चित किया जाय, ताकि शिकायतकर्ता को पुनः उसी शिकायत को लेकर आने की जरूरत न पड़े। मण्डलायुक्त ने कहा कि जिन मामलों का निस्तारण राजस्व एवं पुलिस की संयुक्त टीम के माध्यम से कराया जाना है, उसमें तिथि निर्धारित करते हुए तत्परता से कार्यवाही कराई जाय। इस अवसर पर अधिकारियों के समक्ष आमजन द्वारा अपनी समस्याओं से सम्बन्धित कुल 180 प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किए गये, जिसमें राजस्व से सम्बन्धित 145, पुलिस के 26, विकास के 3 तथा अन्य विभागों से सम्बन्धित 6 प्रार्थना पत्र सम्मिलित थे। प्राप्त शिकायती प्रार्थना पत्रों में राजस्व विभाग से सम्बन्धित 10 मामलों का मौके पर निस्तारण हुआ, जबकि शेष प्रार्थना-पत्रों को निर्धारित समय सीमा के अन्दर अनिवार्य रूप से निस्तारित किए जाने के निर्देश के साथ हस्तान्तरित किया गया।
डीआईजी वैभव कृष्ण ने पुलिस विभाग से सम्बन्धित प्रार्थना-पत्रों की सुनवाई की गयी। उन्होंने थाना प्रभारियों को निर्देश दिया कि सम्पूर्ण समाधान दिवस में प्राप्त प्रार्थना-पत्रों के निस्तारण हेतु त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि संयुक्त टीम के माध्यम से निस्तारित किए जाने वाले प्रकरणों में समय से पुलिस बल उपलब्ध कराया जाय, इसमें किसी प्रकार की शिथिलता नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए लगातार पेट्रोलिंग की जाए। इस अवसर पर उपजिलाधिकारी ज्ञान चन्द्र गुप्ता, सीओ गौरव शर्मा, तहसीलदार सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।