आजमगढ़ के तहबरपुर थाना क्षेत्र के बसही बन्देदासपुर गांव में साँड़ के हमले से किसान की मौत हो गयी। अधेड़ की मौत से परिजनों का रो – रो कर बुरा हाल है। वहीं गांव में मातम छाया हुआ है।
तहबरपुर थाना क्षेत्र के बसही बन्देदासपुर गांव निवासी 60 वर्षीय रमाकर तिवारी पुत्र कपिल देव तिवारी 22/23 अगस्त की रात्रि घर के बार लगे करकट मे सोये हुए थे। रात्रि में सांड ने हमला बोल दिया। जिससे उनकी दर्दनाक मौत हो गई। रात्रि में किसी को कुछ भी पता नहीं चला। सुबह लोग बाहर मृत देख सन्न रह गए। मृतक के शरीर पर कई जगह सींग के चोट का निशान है। अगल -बगल खुर का निशान है। बगल में सब्जी बोया है। कयास लगाया जाता है कि सांड सब्जी पौधे खाने गया हो। और ये उसे हांकने गये हों। रमाकर ने बचाव में सांड से लड़ा भी लेकिन जीवन की जंग हार गया। सूचना मिलते ही आस पास के लोग जुट गए। मृतक की पत्नी की पहले ही मौत हो चुकी है। घर पर बहू और लगभग डेढ़ साल का पोता है। जो अंदर सो रहे थे। लड़का मिथिलेश तिवारी घर पर नहीं था। वह हैदराबाद में किसी कम्पनी में काम करता है। रमाकर की मौत से जहां परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। वहीं मातम छाया हुआ है। घटना की सूचना मिलते ही तहबरपुर थाना प्रभारी चन्द्र दीप कुमार हमराही पुलिस बल, निजामाबाद तहसील के नायब तहसीलदार अभिषेक सिंह , राजस्व लेखपाल, ग्राम पंचायत अधिकारी,पशु डाक्टर आदि मौके पर पहुंच गए। पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया।
गांव वालों का कहना है कि सांड इसके पूर्व मारने के लिए कई लोगों को दौड़ा चुका है। उसे पकड़ कर रखा भी गया था। सूचना के बावजूद कोई अधिकारी कर्मचारी नहीं आया। सांड के आंतक से लोग काफी भयभीत हैं।