आजमगढ़ में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान जाफरपुर में वर्तमान शिक्षा व समाज कल्याण के विद्यालय विषय पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे उत्तर प्रदेश सरकार में समाज कल्याण राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार व पूर्व आईपीएस अधिकारी असीम अरुण ने मीडिया से बातचीत में मंगेश यादव एनकाउंटर मामले पर पुलिस कार्रवाई को सही ठहराते हुए अखिलेश यादव को अपराधियों को बढ़ावा देने वाला बताया। मंत्री ने कहा कि जब भी कोई पुलिस वाला घर से निकलता है तो यह सोचकर नहीं निकलता है कि उसे गोली चलानी है लेकिन जो अपराधी डकैती में इंवॉल्व है और पुलिस पर हमला करता है तब उसकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास करती है। इस मामले में भी ऐसा ही हुआ। एक अपराधी जो डकैती जैसी घटना में अपने गिरोह के साथियों के साथ शामिल है और गिरफ्तारी के प्रयास करने पर पुलिस पर गोली चलाता है। पुलिस जोकि पूरी तरीके से प्रशिक्षित है। उसको कानूनी अधिकार भी है कि अपने आत्मरक्षार्थ वह जवाबी फायरिंग कर सकती है। इस मामले में पुलिस की जवाबी फायरिंग में अपराधी मारा जाता है। इसका दुरुपयोग न हो इसके लिए तमाम सेफ गार्ड्स बनाए गए हैं। मजिस्ट्रेट जांच होती है विशेष पोस्टमार्टम होता है वीडियोग्राफी होती है जैसा कि इस मामले में भी हुआ है। समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव जी की परंपरा रहेगी अपराधियों को बढ़ावा देना लड़के हैं गलती हो जाती है इनका नारा रहा है जबकि योगी जी की सरकार में अपराध और अपराधियों को क्षमा नहीं किया जाता है। उसको दंडित किया जाता है। यह लोग भूल गए कि इस समय योगी जी की सरकार है और डकैती डालने चले गए। अब इन पर कार्रवाई हो रही है। ये हो या भविष्य में हो पुलिस पर जो गोली चलाएगा पुलिस आत्मरक्षार्थ जो कि उनका अधिकार है जवाबी गोली चलाएगी। इस बात को अखिलेश जी को भी समझना चाहिए। अगर अखिलेश जी अपराधियों को बढ़ावा देते हैं तो यह योगी जी के अपराधियों के सफाई अभियान के विपरीत है। सपा की सरकार और बीजेपी की सरकार में यही अंतर रहा है आज अपराधी डरा हुआ है अपराध छोड़ रहा है। जेल में हैं स्वयं बाहर नहीं आना चाहते। जो नौजवान युवा पीढ़ी है वह अपराधियों माफियों को रोल मॉडल के रूप में देखती थी वह शिक्षा व रोजगार की तरफ ध्यान दे रही है। वहीं समाज कल्याण राज्य मंत्री ने यहां के कार्यक्रम के संबंध में कहा कि समाज कल्याण विभाग समाज को ताकत देने का काम करता है उसमें सबसे महत्वपूर्ण शिक्षा है। हमारे अनुदानित विद्यालय हैं आश्रम पद्धति के विद्यालय हैं कोचिंग व्यवस्था है छात्रावास है बहुत बड़ा क्षेत्र है। यहां पर ऐसे ही विद्यालयों के संचालक हैं उससे किसी ने किसी तरीके से जुड़े हुए लोग आए हैं। यह विचार व चर्चा की जा रही है कि कैसे इन विद्यालयों में बच्चे और अच्छा परिणाम ले आएं। बच्चे पढ़ाई की व्यवस्था से संतुष्ट हों और आगे बढ़ें। उन्होंने प्रधानमंत्री की योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी।