
दीवानी बार एसोसिएशन के नवीन सभागार में बुधवार को अधिवक्ता परिषद की तरफ से स्वामी विवेकानंद की जयंती पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी को संबंधित करते हुए मुख्य अतिथि सी जे एम सत्यबीर सिंह ने कहा कि स्वामी विवेकानंद भारतीय संस्कृति व अध्यात्म को वैश्विक पटल पर पुनर्स्थापित करने वाले महान युवा संन्यासी, युग प्रवर्तक चिंतक तथा युवाओं के प्रेरणास्रोत हैं। स्वामी विवेकानंद औपनिवेशिक भारत में हिंदुत्व पुनर्उद्धार और युवाओं में राष्ट्रीयता की भावना जगाने के लिए जाने जाते हैं। सिविल जजअवर खंड रामेंद्र धर द्विवेदी ने कहा कि विवेकानंद के विचारों, उनकी दी गईं शिक्षाओं से करोड़ों युवा प्रेरित होते हैं। स्वामी विवेकानंद की कही गई बातें युवाओं में जोश भरने का काम करती हैं। अधिवक्ता परिषद के प्रांतीय उपाध्यक्ष विजय बहादुर सिंह ने कहा कि विवेकानंद की ओजस्वी वाणी, ओजपूर्ण विचारों ने सुप्त लोगों को जागृत किया। उनकी युवावस्था देश के हर युवा के लिए एक बेहतरीन मिसाल है। यही वजह है उनके जन्मदिन को देश में राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाया जाता है। अधिवक्ता परिषद के जिलाध्यक्ष राधेश्याम मालवीय ने कहा कि विवेकानन्द भारत के युवाओं को गौरवशाली अतीत और भव्य भविष्य की मजबूत कड़ी के रूप में देखते थे। विवेकानन्द कहते थे कि सारी शक्ति तुम्हारे भीतर है, शक्ति का आह्वान करो। आपको विश्वास होना चाहिए कि आप सब कुछ कर सकते हैं। इस गोष्ठी में संघ के मंत्री नीरज द्विवेदी, पूर्व मंत्री राजेशकुमर सिंह पाराशर, दिवाकर सिंह, विश्वनाथ सिंह, प्रतिभा सिंह, मोनिका सिंह, सिंधु प्रियदर्शी अवनीश सिंह , रतिभान सिंह, पंकज सिंह आदि अधिवक्ता मौजूद थ। गोष्ठी का सचालन विनोद कुमार सिंह एडवोकेट ने किया।