

आजमगढ़ जिले में एक दंपत्ति ने ट्रेन से कट कर जान दे दी। जिले के सिधारी हाल्ट के निकट कटघर रेलवे लाइन पर लेट कर दंपत्ति ने आत्म हत्या कर ली। आर्थिक तंगी और परिवार कलह से जूझ रहे दंपत्ति जो जहानागंज थाना क्षेत्र का निवासी था। घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची सिधारी थाना पुलिस ने क्षत विक्षत शव का बड़ी मशक्कत के बाद पहचान करा पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा। यह पूरा मामला आर्थिक तंगी और पारिवारिक कलह से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है।
घर से रिश्तेदारी की बात कह कर निकले थे दंपत्ति
आजमगढ़ जिले के जहानागंज थाना क्षेत्र करनपुर गांव निवासी बसंता 67 पुत्र मुलई राम व बसंता की पत्नी बर्फी देवी सोमवार को घर से रिश्तेदारी में जाने की बात कह कर निकले थे। घर से निकलने के बाद पति पत्नी ने गांव में एक प्राइवेट कंपनी जो समूह बना कर लोगों को सूद पर पैसा देने का काम करते है उनसे पैसा लेने की जिद बसंता अपनी पत्नी से करने लगा। पत्नी ने ऐसा करने से मना किया और पति को समझाया कि जिस किसी भी तरह से भरण पोषण चल रहा है हम तकलीफ झेल कर भी जी लेगे। लेकिन पति अपने आर्थिक तंगी से परेशान था। दोनों के बीच काफी देर तक इस बात को लेकर विवाद चलता रहा और बाद में दोनों गांव से साथ निकल लिए और जिला मुख्यालय पहुंच कर सिधारी पर हॉल्ट पहुंच गए और रेलवे लाइन पकड़ कर वह कटघर सिधारी गांव तक गए और ताप्ती गंगा एक्सप्रेस को आते देख दोनों रेलवे लाइन पर लेट गए और कट कर दंपत्ति ने जान दे दी। बसंता के दो पुत्र और 3 पुत्रियां है। बेटियों की शादी हो गई है दो बेटे है और आए दिन पारिवारिक कलह हो रही थी जिससे दोनों परेशान थे। रेलवे लाइन के किनारे शव पड़े होने की सूचना पर मौके पर एस ओ सिधारी अपनी टीम में साथ पहुंच शव को कब्जे में ले लिया लेकिन दोनों मृतक दूसरे थाना क्षेत्र के थे और कोई आईडी न होने पर शवों की पहचान नहीं हो पा रही थी। शवों की पहचान मृतक के छोटे बेटे हिमांशु ने की। हिमांशु ने उठाया कि पिता और माता के सोमवार को घर से निकलने के बाद से कुछ पता न चलने पर परिवार के सदस्य भी उन्हें तलाश रहे थे और दो शव का पता चलने पर बेटे ने सिधारी पहुंच कर शव की पहचान अपने मां बाप के रूप में की।