आजमगढ़ के डीएम विशाल भारद्वाज ने गुरुवार को मंडलीय चिकित्सालय पहुंचकर वहां पर औचक निरीक्षण किया। इस दौरान वहां मौजूद डॉक्टर और स्टाफ में हड़कंप की स्थिति रही। डीएम ने दवा स्टोर में स्टॉक रजिस्टर का भी मिलान किया। वार्ड में जाकर मरीजों से भी बात की। इमरजेंसी कक्ष में ऑक्सीजन सप्लाई की स्थिति को भी चेक किया। हालांकि निरीक्षण के बाद डीएम को स्थिति ठीक-ठाक ही नजर आई।
बता दें कि डीएम विशाल भारद्वाज की करीब एक घंटे की जांच ऊपरी तौर पर ही दिखाई दी। दुर्व्यवस्थाओं पर उनकी नजर नहीं पड़ सकी। निरीक्षण के दौरान कुछ पीड़ितों ने इलाज को लेकर शिकायत भी की। डीएम ने उनकी बात सुनने के बाद कोई जवाब नहीं दिया। डीएम ने दवा स्टोर में स्थिति को जांच। यहां पर लिस्ट में 286 दवाएं मौजूद दिखाई दे रही थी। जबकि मौके पर 225 थी। इसको लेकर उन्होंने स्टोर इंचार्ज को निर्देश भी दिया। इसके अलावा इमरजेंसी वार्ड में भी पहुंचकर ऑक्सीजन रेगुलेटर को चालू करने को कहा इसके बाद स्वास्थ्य कर्मियों की फजीहत भी हुई। करीब 20 मिनट बाद ही ऑक्सीजन की सप्लाई चालू हो सकती। डीएम ने आपातकालीन कक्ष, स्टोर रूम, सीटी स्कैन ओपीडी सहित अन्य वार्डो का निरीक्षण किया।निरीक्षण के बाद जिलाधिकारी ने सब कुछ ठीक-ठाक बताया।
जिलाधिकारी विशाल भारद्धाज सुबह जिला अस्पताल पहुंचे तो पहले इमरजेंसी कक्ष में दवा की उपलब्धता के साथ-साथ आने वाले मरीजो को त्वरित उपचार के बारे में जानकारी ली। जबकि वहीं वार्ड के बाहर रखे आक्सीजन सिलेंडर के पास पहुंचे और स्वास्थ्य कर्मियों से आक्सीजन चालू करने को कहा। तो वह आक्सीजन सप्लाई को चालू करने नाकाम रहे। लगभग 20 मिनट इंतजार के बाद सप्लाई को चालू किया।
डीएम ने मंडलीय अस्पताल में किया औचक निरीक्षण, उनको ठीक ठाक नजर आई व्यवस्था
20 मिनट बाद इमरजेंसी कक्ष में चालू हो पाई ऑक्सीजन सप्लाई, स्वास्थ्यकर्मियों की हुई फजीहत
दवा स्टोर में दवा की उपलब्धता को लेकर दिए निर्देश, वार्ड समेत अन्य स्थान पर भी पहुंचे
आजमगढ़ के डीएम विशाल भारद्वाज ने गुरुवार को मंडलीय चिकित्सालय पहुंचकर वहां पर औचक निरीक्षण किया। इस दौरान वहां मौजूद डॉक्टर और स्टाफ में हड़कंप की स्थिति रही। डीएम ने दवा स्टोर में स्टॉक रजिस्टर का भी मिलान किया। वार्ड में जाकर मरीजों से भी बात की। इमरजेंसी कक्ष में ऑक्सीजन सप्लाई की स्थिति को भी चेक किया। हालांकि निरीक्षण के बाद डीएम को स्थिति ठीक-ठाक ही नजर आई।
बता दें कि डीएम विशाल भारद्वाज की करीब एक घंटे की जांच ऊपरी तौर पर ही दिखाई दी। दुर्व्यवस्थाओं पर उनकी नजर नहीं पड़ सकी। निरीक्षण के दौरान कुछ पीड़ितों ने इलाज को लेकर शिकायत भी की। डीएम ने उनकी बात सुनने के बाद कोई जवाब नहीं दिया। डीएम ने दवा स्टोर में स्थिति को जांच। यहां पर लिस्ट में 286 दवाएं मौजूद दिखाई दे रही थी। जबकि मौके पर 225 थी। इसको लेकर उन्होंने स्टोर इंचार्ज को निर्देश भी दिया। इसके अलावा इमरजेंसी वार्ड में भी पहुंचकर ऑक्सीजन रेगुलेटर को चालू करने को कहा इसके बाद स्वास्थ्य कर्मियों की फजीहत भी हुई। करीब 20 मिनट बाद ही ऑक्सीजन की सप्लाई चालू हो सकती। डीएम ने आपातकालीन कक्ष, स्टोर रूम, सीटी स्कैन ओपीडी सहित अन्य वार्डो का निरीक्षण किया।निरीक्षण के बाद जिलाधिकारी ने सब कुछ ठीक-ठाक बताया।
जिलाधिकारी विशाल भारद्धाज सुबह जिला अस्पताल पहुंचे तो पहले इमरजेंसी कक्ष में दवा की उपलब्धता के साथ-साथ आने वाले मरीजो को त्वरित उपचार के बारे में जानकारी ली। जबकि वहीं वार्ड के बाहर रखे आक्सीजन सिलेंडर के पास पहुंचे और स्वास्थ्य कर्मियों से आक्सीजन चालू करने को कहा। तो वह आक्सीजन सप्लाई को चालू करने नाकाम रहे। लगभग 20 मिनट इंतजार के बाद सप्लाई को चालू किया।
डीएम ने मंडलीय अस्पताल में किया औचक निरीक्षण, उनको ठीक ठाक नजर आई व्यवस्था
20 मिनट बाद इमरजेंसी कक्ष में चालू हो पाई ऑक्सीजन सप्लाई, स्वास्थ्यकर्मियों की हुई फजीहत
दवा स्टोर में दवा की उपलब्धता को लेकर दिए निर्देश, वार्ड समेत अन्य स्थान पर भी पहुंचे