

आजमगढ़ के निजामाबाद थाना क्षेत्र के फरिहा की निवासिनी 35 वर्षीया महिला की रानी की सराय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर कैंप में नसबंदी के ऑपरेशन के बाद हालत बिगड़ गई। महिला को पहले जिला महिला अस्पताल रेफर किया गया। वहां भर्ती होने के बाद उसको चक्रपानपुर स्थित पीजीआई रेफर किया गया। जहां पर डॉक्टर ने नसबंदी के ऑपरेशन को सही तरीके से नहीं करने की बात कही। वहां पर डॉक्टर ने ब्लड की व्यवस्था करने को कहा। ब्लड की व्यवस्था करते-करते सोमवार की रात में महिला की मौत हो गई। महिला ने 5 जनवरी को रानी की सराय पीएससी पर अन्य महिलाओं के साथ नसबंदी का ऑपरेशन कराया था। जिसमें उसके गांव की एक अन्य महिला की भी हालत खराब हो गई थी। लेकिन वह बाद में ठीक हो गई। मंगलवार को मृतका के शव का पोस्टमार्टम कराया गया।
मृतका का नाम 35 वर्षीया सुभावती पत्नी सेवालाल था। मृतका के देवर नरेंद्र कुमार ने बताया कि उसने उसकी भाभी ने बिना घर में किसी को बताए खुद से नसबंदी करवाने की पहल की थी। और स्थानीय आशा से संबंध में बात की थी। अन्य महिलाओं के साथ जब शिविर लगा तो वह भी वहां नसबंदी कराकर यहां घर पर आ गई। इसके बाद उसकी हालत बिगड़ने लगी। दूसरे दिन रानी की सराय पीएससी पर गई तब कहा गया कि गैस हो गई है ठीक हो जाएगा। लेकिन धीरे-धीरे हालत बिगड़ती गई और महिला को बहुत ज्यादा दिक्कत हो गई। लगातार उल्टी करने लगी। इसके बाद उसको जिला महिला अस्पताल भेजा गया। जहां से बाद में चक्रपानपुर पीजीआई रेफर किया गया।
रानी की सराय पीएचसी पर नसबंदी ऑपरेशन के बाद महिला की हालत बिगड़ी
इलाज के दौरान चक्रपानपुर स्थित पीजीआई में हुई मौत
निजामाबाद थाना के फरिहा की निवासिनी थी महिला