आजमगढ़ के मंडलीय जिला चिकित्सालय में 11 जनवरी को ओपीडी के दौरान फिजिशियन डॉक्टर चंद्र प्रकाश राय के कक्ष में मरीज की फर्जी जांच रिपोर्ट कृष्णा पैथालॉजी के नाम से डॉक्टर के सामने आई थी। जिसको लेकर बवाल हो गया था। मामले में डॉक्टर ने पुलिस को बुला लिया था और अधिकारियों को सूचना दी थी डॉक्टर का आरोप था कि पैथोलॉजी संचालक द्वारा जबरन जांच रिपोर्ट को स्वीकृत करने का दबाव डाला जा रहा है और न मानने पर अभद्रता के साथ ही धमकी दी गई। मामले में 12 जनवरी को पुलिस ने कृष्णा पैथालॉजी से जुड़े सनी कुमार के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया था। सीएमओ डॉ इंद्र नारायण तिवारी ने मामले में एडिशनल सीएमओ के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम का गठन कर आरोपी पैथालॉजी सेंटर की जांच को कहा। टीम अपनी कछुआ चाल से अपनी जांच शुरू करती इससे पूर्व ही पैथालॉजी सेंटर से बोर्ड व नाम सभी हटा दिया गया। डॉक्टर के पास मौजूद रिपोर्ट के आधार पर हुई जांच में अभी तक रजिस्ट्रेशन नहीं मिला है। जबकि यह सब सीएमओ ऑफिस के सामने हो रहा है। रविवार को भी जहां पर उक्त पैथालॉजी है वहां का आधा शटर उठा कर काम हो रहा था। यह स्वास्थ्य विभाग पर बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है।
सीएमओ ऑफिस के सामने संचालित हो रहा कथित पैथालॉजी सेंटर
बोर्ड व नाम हटा कर अभी भी संचालित हो रहा
डॉक्टर ने फर्जी रिपोर्ट देने को लेकर हुए बवाल पर दर्ज कराया था मुकदमा