बता दें कि शुक्रवार को दोपहर करीब सवा एक बजे शहर के समीप बैठौली बाईपास की एंबुलेंस 102 को लखनऊ से हेड ऑफिस से आईडी प्राप्त हुआ जिसमें मरीज का फुल टाइम डिलीवरी केस था। केस मिलते ही एंबुलेंस टीम एंबुलेंस को तुरंत मरीज के घर के लिए निकल पड़ी। मरीज का घर शहर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत बंशी बाजार में है। मरीज का नाम जूही यादव उम्र 28 वर्ष था। मरीज को लेकर एंबुलेंस जिला महिला चिकित्सालय के लिए निकल पड़ी। रास्ते में मरीज का प्रसव पीड़ा बढ़ने की वजह से एंबुलेंस को किनारे लगाया गया। इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन सूरज कुमार ने एंबुलेंस में ही सुरक्षित प्रसव करा दिया। प्रसव के पश्चात जच्चा और बच्चा दोनों को सुरक्षित जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। परिजनों के साथ ही जिला महिला चिकित्सालय के डॉक्टर ने कहा कि इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन सूरज कुमार और पायलट आनंद कुमार ने बहुत ही साहसिक कार्य किया। वही एंबुलेंस सेवा के जिला प्रभारी अजय राय ने भी दोनों की पीठ थपथपाई। परिजनों का कहना था कि उनको जिला महिला चिकित्सालय में ही दिखाना था। जूही को जब पीड़ा होने लगी तब उन्होंने 102 नंबर पर डायल कर एंबुलेंस सेवा के लिए आग्रह किया था।
एंबुलेंस 102 वाहन में गूंजी किलकारी
बंशी बाजार से जिला महिला अस्पताल में भर्ती होने आ रही थी प्रसूता
प्रसूता ने बीच रास्ते में दिया बच्चे को जन्म, जच्चा बच्चा दोनों स्वस्थ