




आजमगढ़ शहर कोतवाली क्षेत्र के कोलपांडे निवासी बीएसएफ जवान करन कुमार पुत्र स्वर्गीय चंद्रशेखर का शव बुधवार की देर शाम को उसके घर पर पहुंचा। तिरंगे में लिपटे ताबूत के घर पर पहुंचते ही परिवार के लोगों का रो रो कर बुरा हाल हो गया। करन कुमार के यूनिट की वर्तमान में जम्मू कश्मीर के कश्मीर इलाके में ड्यूटी लगी थी। सुबह 9:30 बजे के करीब हादसा हुआ। करन कुमार के सहयोगी प्रवीण कुमार ने घर पर इसकी सूचना दी। घर पर करन की बहन गंगा और सरस्वती को इसकी जानकारी मिली। इसके बाद परिवार में मानो दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। बहनों ने एक बार फिर पुष्टि के लिए जब पूछा तब फिर जानकारी दी गई। बहनों के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे। दोनों बहनों ने अपनी मां विद्या देवी को जैसे ही इसकी जानकारी दी वह बेहोश हो गई। किसी तरह से उन्हें संभाला गया। परिवार के अन्य सदस्यों को और रिश्तेदारों को जानकारी दी गई। थोड़ी देर में सूचना आग की तरह पूरे इलाके में फैल गई और लोगों की भीड़ घर पर उमड़ पड़ी। इसके बाद शव का बेसब्री से इंतजार किया जाने लगा। बताया जा रहा है कि सुबह हेड क्वार्टर पर टैंकर से पानी ले जाने का करन कुमार को आदेश हुआ था। चालक पहाड़ पर टेढ़ी-मेढ़े रास्ते पर पानी के टैंकर को नियंत्रित नहीं कर पाया और टैंकर पलट गया। हादसे में मौके पर ही करन की मौत हो गई।