आजमगढ़ शहर कोतवाली क्षेत्र के शेखपुरा गांव में जमीन कब्जा करने का आरोप लगाकर श्यामलाल चौहान समेत अन्य पीड़ितों ने बुधवार को कलेक्ट्रेट पहुंच कर डीएम से न्याय की गुहार लगाई है। श्यामलाल के अनुसार 30 वर्ष पूर्व चकबंदी हुई थी। उनको चकरोड मिला था। अपनी जमीन पर कई वर्षों से रहते आ रहे हैं। लेकिन क्षेत्रीय लेखपाल को मिलीभगत से राम बेलास और कैलाश पुत्र फागू चौहान अब उनके जमीन पर कब्जा की नियत से उनको परेशान कर रहे हैं। पीड़ित के चक्र रोड को खन दिया गया है। मिट्टी फेंक दी गई है। जिससे वह घर से आज नहीं पा रहे हैं। जबरदस्ती की जा रही है। पीड़ितों के घर के सामने चकरोड पर कब्जा कर रहे हैं और पीड़ितों को परेशान करने पर तुले हैं। इनलोगों का मकसद पीड़ितों को बेदखल कर जमीन कब्जा करना है। श्यामलाल चौहान ने कहा कि उनको धमकी भी दी जा रही है। डीएम से शिकायत की गई है। जिसपर पैमाईश कराने का भरोसा दिया गया है। लेकिन इससे पूर्व कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई है। फागू चौहान पूर्व राज्यपाल रहे हैं। अपने रसूख का इस्तेमाल कर प्रशासन को भी कोई कार्रवाई नहीं करने दे रहे हैं बल्कि पीड़ितों के खिलाफ ही कार्रवाई हो रही है। श्यामलाल ने कहा कि अगर उनको न्याय नहीं मिला तो वह आत्महत्या कर लेंगे। वही रमेश यादव ने कहा कि जोर जबरदस्ती कर उनकी जमीन का बैनामा करने का प्रयास फागू चौहान के पुत्र के द्वारा किया जा रहा है वह अपनी जमीन बैनामा नहीं करना चाहते हैं लेकिन वह बेईमानी से वह जोर जबरदस्ती धमकी देकर जमीन बैनामा करना चाह रहे हैं।