महामूर्ख सम्मेलन में अतिथियों का स्वागत गाजर, मूली, आलू, बैंगन की माला व रंग बिरंगी टोपी पहना कर किया, होली के दिन बही रस की धारा

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आजमगढ़। शहर के पुरानी सब्जी मंडी स्थित मारवाड़ी धर्मशाला में होली मिलन और महामूर्ख सम्मेलन का आयोजन धर्मशाला समिति और मारवाड़ी युवा मंच के तत्वावधान में शुक्रवार की शाम आयोजित किया गया। समिति के सदस्यों एवं पदाधिकारियों ने आमंत्रित लोगों का स्वागत गाजर,मूली,आलू, बैंगन की माला और रंग-बिरंगी टोपी पहना कर किया। बलिया से आई कवयित्री प्रतिभा यादव ने अपनी कविता ,पलकों पर कोई ख्वाब सजा कर तो देखिए ,दिल में किसी का प्यार बसा कर तो देखिए। जिंदगी जीने का मजा आ ही जाएगा दुश्मन को अगर गले लगा कर तो देखिए। इस कविता के माध्यम से प्रतिभा ने श्रोताओं की खूब वाहवाही लूटी। श्रोताओं की मांग पर उन्होंने दूसरी अपनी कविता सुनाते हुए कहा कि हर मौज मचलति है जिस तरह पानी में, जज्बात मचलते हैं जैसे कि जवानी में। उनकी इस कविता से एक बार फिर हाल तालिया से गूंज उठा। इस दौरान सम्मेलन में शामिल होने वालों का स्वागत ठंडाई पिलाकर किया जा रहा था।कुछ लोग पर तो पहले से ही भंग का सरुर चढ़ा हुआ था। वाराणसी से आए कवि डॉक्टर चकाचौंध नेजब अपनी कविताओं और व्यंग्य का दौर शुरू किया तो लोगों ने जमकर तालियां बजाई और आनंद उठाया। चक चौधरी राहुल केजरीवाल सहित अन्य नेताओं पर तंज कसा वहीं उन्होंने बढ़ाते हुए भ्रष्टाचार को अपनी कविताओं के माध्यम से व्यक्त किया, उन्होंनेअपनी कविता में कहा कि भ्रष्टाचार एक ऐसी नदी है जो दिल्ली से निकाल कर देश के अनेक भागों में फैली हुई है। कहा कि कांग्रेस सपा बसपा में तो भ्रष्टाचार की कुछ गनीमत थी लोग अगर परिचित रहते थे तो उनका काम आसानी से हो जाता है । लेकिन इस सरकार में एक एप्लीकेशन के साथ उसपर नोटों के वेट की जरूरत साहब को दिखाई देती है।अगर नोटों का वेट कागज़ पर नहीं है तो कागज़ ही उड़ जाता है। इस व्यंग भरी कविता की जम कर सराहना किया। होली की कविताओं और व्यंग्यात्मक गीतों का श्रोताओं ने देर रात तक आनंद उठाया। मूर्खसम्मेलन का संचालन शायर नामीचिरैयाकोटी ने किया। इस मौके पर डॉक्टर भक्तवत्सल, श्याम सुंदर डालमिया, अनिल गुप्ता सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

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