महिला मित्र से दोस्त को मिलवाया, दोस्त ही बन गया महिला खास, कर दी कुदाल से हत्या, आरोपी युवक गिरफ्तार, दोनों साथ करते थे टाइल्स लगाने का काम

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आजमगढ़ : थाना जीयनपुर पुलिस की टीम द्वारा 24 घण्टे के भीतर हत्या की घटना का सफल अनावरण करते हुए 01 अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्त के कब्जे से 01 आला कत्ल कुदाल, मृतक का 01 मोबाइल व 01 आधार कार्ड बरामद किया गया। मंगलवार को वादी रामदुलारे पुत्र स्व0 मुन्नर निवासी ग्राम खालिसा थाना मुहम्मदाबाद जनपद मऊ द्वारा अपने पुत्र गोरख कुमार के साथ थाना स्थानीय पर आकर लिखित तहरीर दिया गया कि सोमवार 31 मार्च की शाम लगभग 07.00 बजे वादी का लडका राकेश पुत्र रामदुलारे उम्र लगभग 27 वर्ष अपने मित्र शैलेश पुत्र अम्बिका ग्राम फैजुल्लाह जहिरुल्लाह थाना जीयनपुर के यहाँ अपनी गाडी से गया था, जहाँ वादी के लडके की शैलेश एवं उसका भाई तथा उसकी माँ एवं दोनों बहनों द्वारा मिलकर रात में ही हत्या दिया गया। शैलेश पुत्र अम्बिका शैलेश के भाई, शैलेश की माँ, शैलेश की दो बहन के विरुद्ध पंजीकृत किया गया। थानाध्यक्ष जितेन्द्र बहादुर सिंह ने अभियुक्त शैलेश पुत्र अम्बिका को फैजुल्लाह जहिरुल्लाह चट्टी से गिरफ्तार किया। अभियुक्त की निशानदेही पर अभियुक्त के घर के पीछे स्थित प्याज के खेत में झाड-झंखाड के नीचे से कुदाल व मृतक का मोबाइल बरामद किया गया। गिरफ्तार अभियुक्त शैलेष द्वारा पूछताछ में बताया गया कि, वह टाईल्स मार्बल लगाने का कार्य करता है। राकेश पुत्र रामदुलारे ग्राम खालिसा थाना मुहम्मदाबाद गोहना जनपद मऊ हमारा दोस्त है, वह भी हमारे साथ टाईल्स पत्थर का कार्य करता था। एक वर्ष पूर्व मैं एक लड़की से मोबाइल पर बात करता था तथा जब कभी भी मैं उससे मिलने अजमतगढ़ बाजार जाता था तो अपने दोस्त राकेश को भी लेकर जाता था। बाद में राकेश चोरी से मेरे मोबाइल से उसका नंबर निकालकर स्वयं उससे बात करने लगा तथा दोनों मिलने भी लगे। मेरे और राकेश के बीच जो भी बातचीत होती थी राकेश द्वारा पूरी बात उस लड़की से बता दिया जाता था। मैं तभी से राकेश को अपने रास्ते से हटाने के बारे मे सोचता रहता था। दो माह पहले मैं गुजरात चला गया था। वहाँ से मैं इसी महीने लगभग 15 दिन पहले वापस घर आया हूं। तभी से राकेश को ठिकाने लगाने के बारे मे सोच रहा था। 31 की शाम को राकेश को मैं अपने घर बुलाया, जब वह हमारे गांव के बाहर स्थित घर पर आ गया तो मैने उसको कहा की आज तुम हमारे इसी मकान पर रूक जाओ क्योकि यहाँ पर कोई और नहीं रहता है । रात में हम दोनो अपने घर के अन्दर एक ही तख्ते पर लेट गये। जब राकेश गहरी नींद मे सो गया तब मैं रात में लगभग 01.00 बजे उठा तथा घर में रखे कुदाल को लेकर उसके सिर पर दो बार जोर से प्रहार कर दिया, जिससे राकेश का सिर फट गया और राकेश की मृत्यु मौके पर ही हो गयी। लाश को उसी कमरे में छोडकर मैं बाहर अपने पेड़ के चबूतरे पर आकर बैठ गया और बाद मे घर में ताला बन्द करके इधर उधर घूमने लगा और लाश को बाहर ले जाकर फेक देने के बारे मे सोचता रहा। परन्तु हमारी हिम्मत नहीं हुयी। काफी डर गया था रात भर बाहर बैठा रहा और सुबह आठ बजे घटना में प्रयुक्त कुदाल को घर के पीछे प्याज के खेत में स्थित झाड-झंखाड में छिपा घर से भाग गया ।

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