
आजमगढ़: रानी की सराय क्षेत्र में कोटिला चेकपोस्ट स्थित आजमगढ़ पब्लिक स्कूल में शिब्ली डे उत्साहपूर्ण वातावरण में मनाया गया। इस विशेष अवसर पर विद्यालय में एक विशेष प्रातःकालीन असेंबली का आयोजन किया गया जिसमें छात्रों को महान विद्वान मौलाना शिब्ली नोमानी तथा उनके विख्यात शिष्य एवं इस्लामी अध्ययन के दिग्गज विद्वान मौलाना हमिदुद्दीन फराही के जीवन, साहित्यिक योगदान और शिक्षा दर्शन के बारे में विस्तृत रूप से अवगत कराया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत कुरआन-ए-पाक की तिलावत और उसके अनुवाद से हुई। इसके बाद छात्रों ने मौलाना शिब्ली नोमानी की ऐतिहासिक व साहित्यिक कृतियों तथा मौलाना हमिदुद्दीन फराही की इल्मी सेवाओं पर प्रकाश डाला एवं भाषण, पोस्टर प्रस्तुति और कविताओं के माध्यम से इन महान हस्तियों को सम्मान अर्पित किया। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्र-छात्राओं में ज्ञान, अध्ययन और साहित्य के प्रति रुचि जागृत करना रहा।
विद्यालय की प्रधानाचार्या रूपल पंड्या ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा:
“हमारा प्रयास है कि विद्यार्थी केवल पाठ्यक्रम ही नहीं, बल्कि अपने क्षेत्र और देश के महान विद्वानों की विरासत से भी परिचित हों। शिब्ली डे जैसे आयोजन छात्रों में शोध, अध्ययन और साहित्य के प्रति नई ऊर्जा और प्रेरणा पैदा करते हैं।”
विद्यालय के प्रबंधन की ओर से संदेश में कहा गया:
“मौलाना शिब्ली नोमानी और मौलाना हमीदुद्दीन फराही जैसी महान इल्मी हस्तियों ने भारतीय और वैश्विक ज्ञान-परंपरा को नई दिशा दी है। नई पीढ़ी के लिए इनका परिचय अत्यंत आवश्यक है। ऐसे कार्यक्रम विद्यार्थियों में वैचारिक जागरूकता और शैक्षणिक समृद्धि बढ़ाते हैं। आजमगढ़ पब्लिक स्कूल भविष्य में भी इसी प्रकार शैक्षणिक गतिविधियों का आयोजन जारी रखेगा।”
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। इस अवसर पर शिक्षक, छात्र, और विद्यालय प्रशासन सभी की सक्रिय उपस्थिति रही, जिससे कार्यक्रम अत्यंत सफल रहा।
