
आजमगढ़।भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी आजमगढ़ ने पार्टी के शताब्दी वर्ष पर अपने दो दिवसीय कार्यक्रम के पहले दिन विशाल रैली और सभा की।जिसकी अध्यक्षता हरिगेन राम और संचालन जिला सचिव जितेंद्र हरि पाण्डेय ने किया।
भाकपा के कार्यकर्ता जिले के कोने कोने से जजी मैदान में एकजुट होकर लाल झंडो और बैनरों के साथ पूरे उत्साह के साथ जुलूस निकालकर कलेक्ट्रेट का चक्रमण किया।उसके बाद रैली सभा में बदल गई।
सभा को संबोधित करते हुए भाकपा राज्य सचिव अरविंद राज स्वरूप ने कहा कि भाकपा की स्थापना कानपुर में हुई थी।कानपुर के साथ आजमगढ़ का नाम लिया जाता है।स्वतंत्रता सेनानी जयबहादुर सिंह,झारखंडे राय,डॉ जेड ए अहमद,दशरथ राय शास्त्री,बच्चे लाल शास्त्री,मुंशी नर्वदेश्वर लाल जैसे लोगों की कुर्बानियां की गाथा आज भी सुनाई देती है।स्वरूप ने कहा कि केंद्र और प्रदेश की बीजेपी सरकार को अब शहीद याद आते हैं।जबकि बीजेपी का शहीदों से कोई लेना देना नहीं है। एस आई आर कराकर सरकार गरीबों को वोट के अधिकार से वंचित करना चाहती है। एस आई आर का समय बहुत सीमित है,जिसे बढ़ाया जाना चाहिए।
स्वरूप ने आगे कहा कि कम्युनिस्ट पार्टी विचारों की पार्टी है।हम। सौ साल से पूंजीपतियों के खिलाफ गरीबों के हक,हुकूक के लिए संघर्ष किया है और करती रहेगी।
भगत सिंह के भांजे प्रोफेसर जगमोहन सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सरकारें भगत सिंह से डरती हैं।क्योंकि भगत सिंह जाति,धर्म,संप्रदाय और पूंजीवादी विचारधारा के कट्टर विरोधी थे।आज सरकारों को कार्पोरेट चला रहा है।देश की सकल पूंजी पर चंद पूंजीपतियों का कब्जा है।भगत सिंह मजदूरों,किसानों,महिलाओं, विद्यार्थियों,नवजवानों के हक अधिकार के बारे में खुलकर बोला था।जगमोहन सिंह ने कहा कि आजमगढ़ में हमारा आगमन पहली बार हुआ है।बृहस्पतिवार से हम कैफ़ी आज़मी जन्म स्थान मिज़वा,शहीद द्वार, शिब्ली मंजिल,राहुल सांकृत्यायन जन्म स्थान पन्दहा,निजामाबाद ऐतिहासिक गुरुद्वारा और शेख मसूद इंटर कॉलेज फरिहा में मेरा जितना आदर और सत्कार किया गया।उसके लिए मै साथी हरिमंदिर पाण्डेय का आभार करता हूं।जिनकी वजह से आजमगढ़ में हमारा आगमन हुआ।
इस सभा के माध्यम से जिले के विकास से जुड़ी बीस सूत्रीय मांगपत्र जिलाधिकारी आजमगढ़ को दिया गया।
इस सभा को पार्टी प्रदेश सचिव मंडल सदस्य हामिद अली,उप्र किसान सभा अध्यक्ष इम्तेयाज बेग,खेत मजदूर नेता खरपत्तू राजभर,रामाज्ञा यादव,गंगादीन, मो शेख औबेदुल्ला,मुजम्मिल जाहिद अली,राम अवध यादव,तेज़बहादुर मौर्य,मंगलदेव यादव, जियालाल आदि लोगों ने सभा को संबोधित किया।
