

आजमगढ़: आजमगढ़ के मार्टिनगंज क्षेत्र के विकास सिंह और विपेन्द्र सिंह को अभी तक पुलिस नहीं पकड़ पाई है। वैसे भी नर्वे निवासी विकास सिंह मार्टिनगंज से सटे जौनपुर जनपद में ही सारा कारोबार किया। वहीं पला बढ़ा। लेकिन कुछ दिनों पूर्व से मार्टिनगंज ब्लॉक प्रमुखी के लिए जगह-जगह पोस्टर लगवाया था। वहीं विपेंद्र सिंह जेठारी गांव का निवासी है। थोक दवाओं की बिक्री का लाइसेंस लेने के बाद सिर्फ कोडिंग युक्त कफ सिरप की ही खरीद बिक्री की। ए एस फार्मा के नाम पर बनगांव मार्टिनगंज में मनोज पांडे का मकान किराए पर लिया था और सिर्फ ए एस फार्मा का बोर्ड लगाकर छोड़ दिया।पुलिस के साथ एसटीएफ ने इस मामले में नर्वे निवासी विकास सिंह की तलाश में क्षेत्र में डेरा डाल दिया है। वह घर छोड़कर भूमिगत है। विपेंद्र सिंह भी फरार है। पुलिस भूपेंद्र के घर गई तो वहां ताला बंद था। परिवार के लोग भी घर छोड़कर फरार हैं। विपेंद्र ने आजमगढ़ शहर से सिर्फ दो फर्मो से सिरप की खरीद की। विपेंद्र सिंह पर प्रयागराज मऊ जौनपुर और आजमगढ़ में कुल 12 मुकदमे हैं। वह दीदारगंज थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है। मार्टिनगंज पुलिस चौकी पर उसका नाम सूची में दर्ज है। विपेंद्र ने आजमगढ़ की दो, बस्ती की तीन और जौनपुर की एक फर्म से कोडीन युक्त सिरप की 3 लाख 28000 शीशी खरीदी थी।
