आजमगढ़ शहर में होली की पूर्व संध्या पर ही शहर होली के रंग में डूबता हुआ दिखाई दिया। शहर के मुख्य के समीप गोला बाजार से परंपरागत रूप से बुढ़वा की बारात निकाली गई। जिसके साथ ही भक्ति और मस्ती भरे माहौल में हर साल की भांति भगवान का रूप धरे कलाकारों ने झांकी निकाली। होली के गीतों के बीच उड़ते रंग गुलाल में सड़कों पर निकल लोग जमकर नाचे और एक दूसरे को होली की बधाई दी। पूरा माहौल होली के रंग में सराबोर हो गया। झांकी में इस बार मुख्य आकर्षण रहा कि देवी देवताओं का रूप धरे कलाकार अपने नृत्य व प्रदर्शन से लोगों को मोहित कर रहे थे। काशी, मथुरा, अयोध्या की झलक दिखाई दे रही थी। आजमगढ़ में झांकी के अलावा परंपरागत रूप से निकलने वाली बुढ़वा की बारात भी लोगों के आकर्षण का केन्द्र थी। बारात की खासियत है कि बारात का दूल्हा जिसको कि बुढ़वा कहा जाता है हर साल होली पर दुल्हन की तलाश में निकलता है लेकिन आज तक दुल्हन नहीं मिली। हालांकि दूल्हा बदलते गए। कुल मिलाकर पूरा वातावरण होली की मस्ती में सराबोर होता है लेकिन मस्ती में कोई अराजकता न फैलाए इसके लिये प्रशासन द्वारा सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए थे। बारात गोला बाजार से निकल कर मुख्य चौक, मातबरगंज, पुरानी सब्जी मंडी चौराहा से पुन: मुख्य चौक होते हुए गोला बाजार पहुंची।
गोला बाजार से परंपरागत तरीके से निकली बुढ़वा की बारात
देवी देवताओं की झांकियों ने मोहा लोगों का मन, जमकर थिरके युवा
सुरक्षा के रहे व्यापक बंदोबस्त, होली की पूर्व संध्या पर होली के रंग डूबे लोग