आजमगढ़ जिले में साइबर ठगी का एक नया मामला सामने आया है। जिसमें मोबाइल पर कॉल कर डिजिटल अरेस्ट करके पीड़ित से पैसे निकलवा लिए जाते हैं।
कानूनी तौर पर डिजिटल अरेस्ट नाम का कोई शब्द एक्जिस्ट नहीं करता. यह एक फ्रॉड करने का तरीका है. जो साइबर ठग अपनाते हैं. वहीं इस मामले पर जानकारी देते हुए एसपी ट्रैफिक यातायात विवेक त्रिपाठी ने बताया कि डिजिटल अरेस्ट एक नए तरीके का अपराध है जिसमें किसी व्यक्ति को फोन कॉल आती है। जिसमें बताया जाता है कि उसका रिश्तेदार या उसका बेटा ,कोई पति पत्नि घायल हो गए हैं अथवा उनके साथ कोई घटना हो गई है उनको पुलिस ने पकड़ लिया है। ऐसे करके उनको कई घंटे तक फोन पर उलझाए रखते हैं और अंत में कहते हैं की मेरे खाते में पैसा डाल दो आपके बेटे के लिए ईलाज की अवश्यकता है या आपके बेटे या पत्नी को छोड़ने के लिए आवश्यकता है इसमें कई घंटे तक उस व्यक्ति पर नजर रखी जाती है। फ़ोन काल से हटने नहीं दिया जाता है । जिससे पीड़ित व्यक्ति अपने रिश्तेदार से संपर्क नहीं कर पाता है। इसलिए इसको डिजिटल अरेस्ट कहा जाता है।
साइबर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट की तकनीक अपनाकर निकाला ठगी का नया फार्मूला
लोगों के खाते से रुपए उड़ाने का निकाला नया तरीका
एसपी ट्रैफिक विवेक त्रिपाठी ने लोगों को किया सावधान