आजमगढ़ : आवेदिका निरमा देवी पत्नी किशोर निवासी मतौलीपुर, थाना सिधारी, जनपद एक गृहणी हैं। निरमा देवी को एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा स्वयं को बाल विकास कल्याण अधिकारी, लखनऊ बताते हुए फोन किया गया। उस समय आवेदिका गर्भवती थीं। उक्त व्यक्ति ने राशन व अन्य सरकारी लाभ दिलाने के बहाने बातों में उलझाकर तथा आशा बहु को कॉल कॉन्फ्रेंस में जोड़कर लगभग एक घंटे तक बातचीत की। इस दौरान धोखेबाज ने आवेदिका का विश्वास जीतकर उनसे व्यक्तिगत जानकारी प्राप्त कर ली और बच्चों की संख्या के आधार पर ₹10,000/- की सहायता राशि दिलाने का झांसा दिया। इसके बाद अज्ञात व्यक्ति ने मोबाइल पर आए OTP को प्राप्त कर आवेदिका के खाते से कुल ₹1,04,198/- की साइबर ठगी कर ली। प्रकरण की जांच एवं आवश्यक विधिक कार्यवाही के पश्चात आवेदिका का ₹90,000/- उनके बैंक खाते में वापस कराया गया।

