भारत सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों और दवा कंपनियों शोषण के विरुद्ध बुधवार को मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव वर्ग हड़ताल पर रहा। कुंवर सिंह उद्यान में लामबंद सभी मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव ने अपनी आवाज को बुलंद किया। विभिन्न मांगों को लेकर बैठक कर अपने शोषण के खिलाफ रणनीति तय की। पीड़ित एमआर ने कहा कि सरकार की दमनकारी मजदूर विरोधी नीतियों के कारण मेडिकल रिप्रजेन्टेटिव को मिले कानूनों को सरकार समाप्त कर रही है। जिसके कारण कम्पनियां मेडिकल रिप्रजेन्टेटिव पर अनैतिक कार्यों के लिए दबाव बना रही हैं। इलेक्ट्रानिक डिवाइस (GPS) के द्वारा मेडिकल रिप्रजेन्टेटिव की निगरानी की जा रही है व अनेकों प्रकार से प्रताड़ित किया जा रहा है, जिसके कारण अब तक कई मेडिकल रिप्रजेन्टेटिव आत्महत्या कर चुके है। काम के घंटे का कोई समय नहीं है। भारत सरकार की गलत नीतियों के कारण दवाओं के दाम में बेतहाशा वृद्धि हो रही है, जिसके कारण जीवन रक्षक दवायें आम जनता की पहुँच से बाहर है। सरकार की गलत नीतियों के कारण जहाँ जेनेरिक दवा का मूल्य 20/- रूपया है और एम०आर०पी० 200/- रूपया है। इस पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है।
1: विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल पर रहे मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव
2: विभिन्न मांगों को लेकर कुंवर सिंह उद्यान में की बैठक
3: सरकार व दवा कंपनियों की मजदूर विरोधी नीतियों को कोसा