

आजमगढ़ : करतालपुर बाइपास स्थित जीडी ग्लोबल स्कूल का वार्षिक समारोह ‘ओडिसी 2025-26’ शनिवार को अत्यंत भव्यता, अनुशासन और कलात्मक गरिमा के साथ संपन्न हुआ। समारोह ने यह सिद्ध कर दिया कि विद्यालय शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को भी समान महत्व देता है।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री रवींद्र जी जिलाधिकारी आजमगढ़, विद्यालय की निदेशिकाश्रीमती स्वाति अग्रवाल, प्रबंधक श्री गौरव अग्रवाल, कार्यकारी निदेशक श्री श्रीश अग्रवाल तथा प्रधानाचार्या श्रीमती दीपाली भुस्कुटे के द्वारा दीप प्रज्वलन एवं वंदे मातरम् के सामूहिक गायन से हुआ, जिससे पूरा प्रांगण देशभक्ति और सकारात्मक ऊर्जा से गूंज उठा। नन्हे-मुन्हें विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत गणेश वंदना ने दर्शकों का मन मोह लिया और कार्यक्रम के मंगलमय का शुभारंभ किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री रवींद्र जी ने सभी प्रतिभागियों की सराहना करते हुए बच्चों को प्रेरित किया और उन्हें अपने लक्ष्य से भी आगे बढ़कर अपने स्वप्न को पूर्ण करने के लिए प्रेरित किया।
इसके पश्चात छात्रों ने एक से बढ़कर एक मनमोहक प्रस्तुतियाँ दीं। शास्त्रीय नृत्य, साउथ इंडियन डांस, राजस्थानी लोक नृत्य, गोंधल नृत्य, रेट्रो बॉलीवुड, रोबोटिक्स डांस, सेवन सिस्टर्स डांस जैसी रंगारंग प्रस्तुतियों ने भारतीय संस्कृति की विविधता को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया। फैंसी ड्रेस शो बच्चों की रचनात्मकता और आत्मविश्वास का प्रतीक बना।
कार्यक्रमों में सामाजिक सरोकार भी प्रमुखता से दिखाई दिए। ‘से नो टू प्लास्टिक’, ‘रक्तबीज’ एवं ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसे नाट्य एवं नृत्य प्रस्तुतियों ने समाज को जागरूक करने का प्रभावी संदेश दिया, जिसे दर्शकों ने करतल ध्वनि से सराहा।
विद्यालय की निदेशिका श्रीमती स्वाति अग्रवाल ने बताया कि वार्षिकोत्सव केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि पूरे वर्ष के परिश्रम, रचनात्मकता और उपलब्धियों का उत्सव है। हमारी संस्था का उद्देश्य विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास करना है, ताकि वे ज्ञान के साथ-साथ नैतिक मूल्यों, नेतृत्व क्षमता और सामाजिक उत्तरदायित्व को भी आत्मसात कर सकें।
प्रबंधक श्री गौरव अग्रवाल ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों की प्रतिभा की सराहना करते हुए शिक्षकों एवं अभिभावकों के सहयोग को विद्यालय की सफलता का आधार बताते हुए कहा कि विद्यालय का वार्षिकोत्सव हमारे लिए आत्ममंथन, उपलब्धियों के उत्सव एवं भविष्य की दिशा तय करने का महत्वपूर्ण अवसर है। यह प्रसन्नता का विषय है कि हमारे विद्यार्थी शैक्षिक, सांस्कृतिक एवं खेलकूद के प्रत्येक क्षेत्र में निरंतर प्रगति कर रहे हैं। अनुशासन, परिश्रम और मूल्यों के साथ शिक्षा ही सच्ची सफलता की कुंजी है।
कार्यकारी निदेशक श्री श्रीश अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में अद्यतन शिक्षा प्रणाली पर जोर देते हुए कहा कि आधुनिक युग में शिक्षा का उद्देश्य केवल परीक्षा में सफलता नहीं, बल्कि चरित्र निर्माण, नवाचार और सामाजिक उत्तरदायित्व का विकास है। इसको दृष्टिगत रखते हुए विद्यालय में समय-समय पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है । इसी का सबसे महत्त्वपूर्ण आयाम है वार्षिकोत्सव -ओडिसी।आज बदलती तकनीक और वैश्विक चुनौतियों के बीच वही युवा सफल होगा जो ज्ञान के साथ कौशल, और कौशल के साथ संस्कार को अपनाएगा। इसलिए आप सभी सीखने की जिज्ञासा बनाए रखें, असफलताओं से घबराएँ नहीं और अपने लक्ष्य के प्रति ईमानदार रहें। याद रखें—सफलता केवल ऊँचाई तक पहुँचने में नहीं, बल्कि उस ऊँचाई पर अपने मूल्यों को बनाए रखने में है।
विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती दीपाली भुस्कुटे ने ‘विद्या ददाति विनयम्’ से वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए शैक्षिक उपलब्धियों, खेलकूद एवं सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों में विद्यालय की निरंतर प्रगति पर प्रकाश डाला और गौ-सेवा सहभागिता पर बल देते हुए राष्ट्र सेवा के लिए विद्यार्थियों को प्रेरित किया। उन्होंने विद्यालय के एक नये संकल्पित आयाम की घोषणा करते हुए बताया कि इस वर्ष से हमारा विद्यालय “फिजिक्स वाला ” के साथ जुड़कर बच्चों को विद्यालयी स्तर पर ही इंजीनियरिंग और मेडिकल की शिक्षा प्रदान करने जा रहा है।
कार्यक्रम का समापन हनुमान चालीसा के भक्तिमय गायन से हुआ जिससे संपूर्ण परिसर भक्तिमय हो गया। धन्यवाद ज्ञापन राष्ट्रीय गान के साथ हुआ, जिसने समारोह को भावनात्मक और गौरवपूर्ण ऊँचाई प्रदान की। बड़ी संख्या में उपस्थित अभिभावक, गणमान्य अतिथि एवं स्थानीय नागरिक कार्यक्रम से अत्यंत प्रभावित नजर आए।
‘ओडिसी 2025-26’ केवल एक वार्षिक समारोह नहीं, बल्कि विद्यार्थियों की प्रतिभा, संस्कारों और सामाजिक चेतना का सशक्त मंच बनकर उभरा, जो लंबे समय तक दर्शकों की स्मृतियों में अंकित रहेगा।
