
आजमगढ़ जिले में शिक्षा व्यवस्था की गुणवत्ता की जांच करने के लिए निकले जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी राजीव पाठक के निरीक्षण में पूरी व्यवस्था की पोल खुल गई। जिले के अजमतगढ़ के कंपोजिट विद्यालय चौको खुर्द में जब जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी निरीक्षण करने पहुंचे तो 15 शिक्षकों में से छह शिक्षक अनुपस्थित पाए गए। प्रधानाध्यापक बंगाली सिंह बच्चों को लेकर ओलंपियाड परीक्षा करने डायट गए हुए थे। विद्यालय की व्यवस्था पूरी तरह से अस्त-व्यस्त मिली। इसके साथ ही बच्चे अपनी मनमर्जी के हिसाब से खेल रहे थे।
मोबाइल चला रहे थे शिक्षक
बेसिक शिक्षा अधिकारी जब शिक्षकों के कमरों में गए तो वहां शिक्षक मोबाइल चलाते पाए गए। उन्हें देखकर यह लग रहा है कि पढ़ने में उनकी कोई रुचि नहीं है।
सहायक अध्यापक आनंद कुमार राय, ललई यादव, नेहा राय, उमेश यादव और शिक्षा मित्र अनुपस्थित पाये गये। उपस्थित शिक्षकों को भी पठन पाठन के बारे में कोई जानकारी नहीं दिखी। राम अवध यादव गणित के शिक्षक है किन्तु कभी गणित नहीं पढ़ाते। मांगने पर कोई कॉपी नहीं दिखा सके और किस क्लास में उनकी घंटी लगी है। वह भी नहीं बता सके। ऐसा ही कुछ हाल सहायक अध्यापक ओमप्रकाश राय का भी रहा। जिन्हे अपने क्लास और विषय के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
बच्चे बोले बहुत कम आते हैं स्कूल शिक्षक ललई यादव
बच्चों से पूछने पर पता चला कि ललई यादव विद्यालय बहुत कम आते है। ज़ब आते है तो आधे समय बाद चले जाते है। विद्यालय में इन अव्यवस्था के बीच कुछ शिक्षक मन लगाकर पढ़ाते भी है। जिसमें ऋषभ राय और रामबिलास यादव के कक्षा की कॉपीया चेक करने पर सही पायी गयी। विद्यालय में खेल कूद की सामान भी नहीं पायी गयी और भौतिक परिवेश एकदम प्रतिकूल पाया गया। इसके साथ ही एम डी एम नहीं चढ़ाना कही न कही वित्तीय अनियमितता को दर्शाता है। सभी शिक्षकों को अपने विद्यालय में कितना एड्मिशन हुआ है। यह तक नहीं मालूम। विभागीय आदेशों एवं निर्देशों का अनुपालन न करना पूर्णतः स्वेच्छाचारिता का परिचायक है। ऐसे में सभी शिक्षकों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है।