
आजमगढ़ शहर से सेट पगरा में 2 साल से कागज में चल रही कंपनी के जरिए फर्जीवाड़ा कर 238.13 लाख रुपए के गबन का मामला सामने आया है। राज्य कार्यालय के वरिष्ठ सहायक की तहरीर पर पुलिस ने नगर कोतवाली में बोगस फर्म संचालक के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज किया है। राज्य कार्यालय की विशेष शाखा के वरिष्ठ सहायक राजीव लाल अस्थाना ने तहरीर देकर बताया कि शहर कोतवाली क्षेत्र के पगरा में निवास कर रहे आदिल ने मलिक इंटरप्राइजेज के नाम की एक फॉर्म को लोहे कारोबार के लिए 30 दिसंबर 2024 को पंजीकृत कराया था। विभाग के पोर्टल पर आधार कार्ड के साथ फर्म का बिजली बिल भी अपलोड किया था। बिजली का बिल गोरेलाल के नाम पर था। राज्य कर विभाग की टीम जांच करने के लिए पहुंची तो फर्म अस्तित्व में नहीं थी। गांव के प्रधान ने बताया कि यहां गोरेलाल नाम का कोई व्यक्ति नहीं है। आदिल भी यहां नहीं रहता। पगरा के पते पर कोई कारोबार नहीं होता। विभाग के लोगों ने पोर्टल पर लगे आधार कार्ड की जांच की तो आदिल का पता रवाना शिकारपुर धामपुर बिजनौर निकला। बोगस फर्म ने 2024-25 और 2025-26 में 661.33 लाख रुपए की फर्जी आपूर्ति घोषित कर 119.04 लाख की राजस्व क्षति पहुंचाई थी।