आजमगढ़। एंटी करप्शन टीम ने बुधवार को एसएलओ दफ्तर में तैनात संप्रति अमीन सौरभ गौड़ को 22 हजार घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार कर टीम उसे सिधारी थाने ले गई जहां पूछताछ के साथ ही अन्य कार्रवाई में जुट गई। एंटी करप्शन टीम ने इस कार्य में कार्यालय के वरिष्ठ सहायक आनंद मिश्रा की भी संलिप्तता पाई। जिसके कारण उन्हें भी इस मामले में अभियुक्त बनाया गया है। टीम प्रभारी हरिबंश कुमार शुक्ला ने बताया कि बिलरियागंज थाना क्षेत्र के श्रीनगर सियरहा गांव निवासी उमेश चंद्र की जमीन जिस पर नलकूप और मकान स्थित था वह पूर्वांचल एक्सप्रेस वे निर्माण के लिए अधिग्रहण की गई थी। जिसके मुआवजे के भुगतान के लिए उमेश काफी दिनों से कार्यालय का चक्कर काट रहे थे। संप्रति अमीन सौरभ द्वारा उनसे 22 हजार रुपये की मांग की जा रही थी। जिसे न देने पर उनके मुआवजे का भुगतान नहीं किया जा रहा था। बार-बार कार्यालय का चक्कर लगाकर जब उमेश थक गए तो उन्होंने एंटी करप्शन टीम से संपर्क किया। टीम ने रणनीति के तहत उमेश को संप्रति अमीन के पास भेजा। जैसे ही केमिकल लगे नोटों को उमेश ने सौरभ को थमाया वैसे ही एंटी करप्शन टीम ने उसे रंगे हाथ दबोच लिया। इस प्रकरण में कार्यालय के वरिष्ठ सहायक आनन्द मिश्रा की संलिप्तता भी पाई गई है। जिसके कारण एंटी करप्शन टीम ने वरिष्ठ सहायक आनन्द मिश्रा वरिष्ठ को भी इस मामले में अभियुक्त बनाया है। टीम में टीम प्रभारी हरिवंश कुमार शुक्ला, निरीक्षक श्याम बाबू, निरीक्षक ब्रजेश द्विवेदी, ओमकार सिंह यादव, विकास कुमार जायसवाल, नन्द लाल शर्मा, अमित सिंह, मुकेश कुमार पटेल, विपिन कुमार तिवारी, पंकज सिंह शामिल रहे।