
आजमगढ़ के बरदह थाना क्षेत्र के अहिरौली छतरपुर में बीती रात जमकर बवाल हुआ। इस दौरान बरदह थाना में तैनात सिपाही 32 वर्षीय अनिल सरोज पुत्र जमुना समेत दो लोगों की जमकर पिटाई की गई। ग्रामीणों ने बताया कि सिपाही सादे वर्दी में गांव में ही किसी के यहां आयोजित दावत में शामिल होने आया था। मिली जानकारी के मुताबिक दलित बस्ती में बीती रात लगभग 9:30 बजे कुमन देवी पत्नी जितेंद्र अपने घर में बर्तन मांज रही थी। जितेंद्र दिल्ली रहता है। घर पर सास रमौता और बहू ही रहती है। इसी दौरान बीती रात तीन लोग वहां पहुंच गए। बताया जा रहा है कि बगल के पूर्वा घाटमपुर के निवासी 20 वर्षीय मंगरु सरोज पुत्र मिश्रीलाल व उसके अन्य दो साथी पहुंचे थे। महिला के घर के पास पेड़ के नीचे साइकिल और चप्पल उतार कर मंगरु, कुमन के घर में जैसे ही घुसा, पीड़िता ने देखकर शोर मचा दिया। कुछ ही देर में दलित बस्ती के दर्जनों लोग जुट गए और आरोपियों को दौड़ा लिया। घटना स्थल से करीब 500 मीटर दूर नागेंद्र राम के घर के सामने मंगरु को लोगों ने पकड़ लिया और धुनाई चालू कर दिए। इसी बवाल में गांव में मौजूद सिपाही को जानकारी मिली तो वह भी वहां मौके पर पहुंच गया। बीच बचाव करने लगा। इससे ग्रामीण और आग बबूला हो गए। अनिल सरोज सिपाही को भी घायल कर दिया। किसी प्रकार से पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को काबू में किया। घायलों को और पीड़िता कुमन को बरदह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाया गया। सिपाही के सिर में 12 टांके लगे। इसी तरह दूसरे घायल को भी टांके लगे। दोनों को जौनपुर रेफर कर दिया गया। वहीं कुमन देवी को प्राथमिक उपचार के बाद छोड़ दिया गया। मामले में कुमन ने शुक्रवार को शिकायत दर्ज कराई। लेकिन उसका कहना था कि उसकी अभी तक कोई सुनवाई नहीं हो सकी है। वहीं ग्रामीण का कहना है कि थाना के सिपाही आए दिन दावत में शामिल होते हैं। मामले में बरदह थानाध्यक्ष राजीव कुमार सिंह ने कहा कि कार्रवाई की जा रही है। अभी जांच हो रही है। उन्होंने बताया कि सिपाही सादे ड्रेस में ड्यूटी पर था। बता दें कि कुछ माह पहले ही बरदह SO राजीव कुमार सिंह पर भी बवाल की सूचना पर पहुंचने पर हमला हुआ था। किसी प्रकार इलाज के बाद ठीक हो सके।
