चौकी पर सोए पत्रकार के शरीर पर रेंगता रहा स्पेक्टकल्ड कोबरा, सौभाग्य से नहीं की बाइट, बाल बाल बची जान, स्नेक कैचर ने किया रेस्क्यू

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बारिश व उमस के इस मौसम में सांपों का निकलना आम बात है लेकिन इन सर्प खासकर जहरीले सांपों से थोड़ी सी असावधानी जानलेवा साबित हो सकती है। मंगलवार को सुबह आजमगढ़ शहर कोतवाली के मड़या में किराए के मकान में रहने वाले पत्रकार की जान उस समय बाल बाल बच गई जब एक जहरीला स्पेक्टकल्ड कोबरा जिसको फेटार भी कहा जाता है वह सो रहे पत्रकार के शरीर पर रेंगते हुए खिड़की पर चढ़ने लगा। जब सीने पर सांप के पिछले हिस्से के रेंगने का अहसास होने पर पत्रकार शीतला प्रसाद की आंख खुली तब एक बड़े करीब 5 फीट लंबे सांप को साक्षात शरीर पर देख कर होश उड़ गए। हालांकि संयम बरतते हुए अपनी चौकी से पत्रकार किसी प्रकार सांप की जद से बाहर आकर शोर मचाया। सांप तब तक खिड़की पर चढ़ गया। वह दूसरी तरफ हरियाली की तरफ जाने का प्रयास कर रहा था हालांकि खिड़की पर महीन जाली लगे होने के चलते सांप बाहर दूसरी तरफ जाने की स्थिति में नहीं था। सांप को पकड़ने वाले के आने तक कोबरा को वहीं खिड़की पर रोक कर रखना भी चुनौती थी। पत्रकार ने डायल 112 के साथ ही किसी प्रकार से शाहगढ़ मोहब्बतपुर के रहने वाले स्नेक कैचर राहुल प्रजापति और शहर के अराजीबाग के निवासी शिवम दुबे से संपर्क किया। हालांकि दोनों के करीब ढाई घंटे बाद पहुंचने तक सांप को खिड़की पर ही रोक कर रखा गया। इसके बाद प्रशिक्षित तरीके से स्नेक कैचर ने सांप को डब्बे में बंद किया। जिसको बाद में निर्जन स्थान पर नदी किनारे छोड़ा गया। बताया जा रहा है पत्रकार जिस कमरे में रह रहे थे इसके बगल में ही मकान मालिक का स्टोर रूम है। आशंका है कि स्टोर रूम में किसी प्रकार से सांप घुसा होगा इसके बाद कमरे और स्टोर रूम के बीच खिड़की को काट कर कमरे में आ गया। पत्रकार की जान तो बाल बाल बच गई लेकिन यह एक संदेश व चेतावनी भी अन्य लोगों को दे दी कि ग्रामीण या हरे भरे परिवेश में सांप रात में कभी भी थोड़ी सी जगह में घुस सकता है इसलिए सोने से पहले कमरे में सांप या किसी भी अन्य जहरीले जानवर के प्रवेश को रोकने का उपाय करना चाहिए। बता दें कि आजमगढ़ जनपद में बीते दो माह में कई लोगों की मौत सांप के काटने से हो चुकी है।

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