
अखिल भारतीय चौहान महासभा एवं युवा मंच के तत्वावधान में मंगलवार को कलेक्ट्रेट चौराहे के समीप रिक्शा स्टैंड में महासभा के स्थापना दिवस के साथ ही स्वर्गीय एडवोकेट शत्रुघ्न चौहान की श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान चौहान समाज के तमाम गणमान्य लोगों ने प्रदेश व दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्र से आकर अपनी सहभागिता की। वही अपने पिछड़े समाज को राजनीतिक, शैक्षणिक, व्यापारिक समेत अन्य क्षेत्रों में आगे ले आने को लेकर संकल्प लिया गया। दिल्ली एम्स में कर्मचारी यूनियन के नेता संत देव चौहान ने कहा कि वह मऊ दोहरीघाट के निवासी हैं। उन्होंने स्वर्गीय एडवोकेट शत्रुघ्न चौहान से प्रेरणा ली। बचपन में ही जब वह पढ़ रहे थे तभी उनके जीवन से वह प्रभावित थे। पढ़ लिखकर आज वह एम्स में कार्यरत है और यहां से एम्स दिल्ली में जाने वाले चौहान समाज के पीड़ित लोगों की वह खुलकर मदद करते हैं। यहां तक की मौत होने के बाद शव को अपने खर्चे पर गाड़ी से भेजने का भी काम करते हैं। इसमें एक बार में ₹30000 तक का खर्च आ जाता है। वही वह सरकार से भी मांग करते रहते हैं कि यहां के पिछड़े लोगों को इलाज के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है गोरखपुर एम्स में दिल्ली के एम्स से डॉक्टर को भेजा जाए ताकि वहां भी बेहतर इलाज हो सके। वहीं स्वर्गीय शत्रुघ्न चौहान के पुत्र एडवोकेट राजेश चौहान ने कहा कि उनके पिता सभी के प्रेरणा सूत्र रहे हैं। उनके बदौलत उनके परिवार के सभी लोग पढ़ लिखकर आज अच्छे पदों पर कार्यरत हैं। स्वर्गीय शत्रुघ्न चौहान ने कभी किसी नशे का सेवन नहीं किया अन्य व्यसनों से भी दूर रहे। यहां तक कि वह बाजार से समोसा तक भी नहीं खाते थे। इसी का पालन परिवार के सभी सदस्यों ने किया। आज यहां पर चौहान समाज के लोग इकट्ठा हैं। सभी लोग समाज में आगे बढ़कर कार्य करने के लिए संकल्प ले रहे हैं।