
आजमगढ़।अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण सभा के तत्वावधान में भारत रत्न महामना मदन मोहन मालवीय और भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के जयंती के मौके पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया गया और उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर चर्चा की गई।
नगर के लालडिग्गी स्थित श्री बड़ा गणेश मंदिर में आयोजित जयंती कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सभा के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष पंडित सुभाष चन्द्र तिवारी कुन्दन ने कहा कि बहुआयामी व्यक्तित्त्व वाले अटल जी स्वतंत्र भारत की राजनीति के आदर्श पुरुष हैं। वे भारत को एक विकसित, मजबूत और समृद्ध राष्ट्र के रूप में देखना चाहते थे। मालवीय जी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि महामना की उपाधि अब तक केवल मालवीय जी को मिली है। उन्होंने देश की शिक्षा और सामाजिक सुधारों के मामले में अविस्मरणीय योगदान दिया है।
अध्यक्षता करते हुए प्रदेश अध्यक्ष शर्मानंद पांडेय ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई प्रतिष्ठित राष्ट्रीय नेता , प्रखर राजनीतिज्ञ, सशक्त वक्ता होने के साथ कवि और साहित्यकार भी थे, देश के विकास और मजबूती में उनके महत्वपूर्ण योगदान को भुलाया नहीं जा सकता । मालवीय जी के जीवन की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना कर महामानव मालवीय जी ने अपनी कीर्ति अमर कर दी है।
संचालन जिलाध्यक्ष अभिषेक पाण्डेय ने किया। पुष्प अर्पित करने वालो में महंत राजेश मिश्र,सभा के प्रदेश महामंत्री अशोक कुमार तिवारी, सौरभ उपाध्याय, कौशल किशोर महाराज,वेदप्रकाश तिवारी, विशाल उपाध्याय, प्रभाकर उपाध्याय, गोविंद दुबे,अश्विनी दुबे, अजय कुमार पांडेय ,रिया पाण्डेय, सुनीता उपाध्याय,बंशीधर पाठक, श्रीराम मिश्रा, बलदेव शुक्ला,सुजीत मिश्रा,चंद्रजीत तिवारी,संजय उपाध्याय,गणेश पाण्डेय, सुजीत मिश्रा, निर्भय चौबे, आदि शामिल रहे।
