
आजमगढ़ जिले के बरदह थाना पुलिस को बीएसएफ द्वारा एक व्यक्ति को पंजाब बार्डर पर पकड़े जाने की सूचना मिली। उक्त व्यक्ति को भैंसकुर गांव का निवासी बताकर उसके बारे में जानकारी मांगी गई। इस जानकारी के बाद बरदह थाना पुलिस उक्त युवक के घर पहुंची और उक्त युवक के संबंध में जानकारी हासिल की और पुष्टि की कि बार्डर पर पकड़ा गया युवक भैंसकुर गांव का ही निवासी है।
बताते चलें कि भैंसकुर गांव निवासी कबिलास पुत्र पंचम राम 40 वर्ष मानसिक रोगी है। वह पिछले ढा़ई वर्ष से घर से लापता है। बीएसएफ ने पंजाब बॉर्डर पर हिरासत में लिए जाने के बाद बीएसएफ ने बरदह पुलिस से उसके संबंध में जानकारी मांगी। इस पर बरदह थाना पुलिस मंगलवार को उसके घर पहुंची और जांच की। चौकी इंचार्ज ठेकमा राजेंद्र पटेल और बाकी सिपाही घर पर आए पंचम राम से पूछताछ किया। पंचम ने बताया कि पुलिस ने इस बात की पुष्टि की कि बार्डर पर पकड़ा गया युवक जो पता बता रहा है वह यहां का रहने वाला है या नहीं। उन्होंने बताया कि शुरू में एक बार घर से निकला था तो हमने शाहगंज में उसको पाया था। लेकिन, इस बार वह हमारी पकड़ से दूर चला गया और फिर दोबारा हमसे मिला नहीं। हमने बहुत खोजबीन की सारे रिश्तेदारों के यहां और सब जगह लेकिन पता नहीं चला। मेरा बेटा काबिलास बाद में मानसिक स्थिति खराब होने से घर से कहीं चला गया। मेरे पास कागज भी हैं। वाराणसी पागल खाने से मेरे बच्चे का इलाज चल रहा था। बरदह थाना की पुलिस आई और कागजात लेकर गई। पुलिस ने बताया कि वह पंजाब के बख्तियारपुर शहर में पाया गया है।
वहीं इस मामले में बरदह थाना प्रभारी राजीव कुमार सिंह पंजाब बॉर्डर बीएसएफ द्वारा बख्तियारपुर शहर में एक युवक पकड़ा गया है। हमको सूचना मिली भैंसकुर का रहने वाला है तो हमने पता लगाया। वहीं का निवासी निकला उनके परिजनों को बुलाया गया, पूछताछ में पता चला ढाई साल से घर से गायब था। मंदबुद्धि का बताया जा रहा है।
